2024 नए साल की शुरू होते ही जनवरी माह में राम जन्मभूमि पर बन रहे भव्य राम मंदिर में रामलला विराजमान हो जाएंगे। अयोध्या के राम मंदिर को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट कई महीनो से इसकी तैयारी में लगा हुआ है।
जहां एक तरफ रामनगरी अयोण्या में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के द्वारा धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन होगा तो वहीं प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव से पहले संत महात्माओं की टोली पूरे देश में दो लाख गांवों में जाएगी और राम मंदिर के संघर्ष की गाथा सुनाएगी। विश्व हिंदू परिषद के देशभर के कार्यकर्ता और पदाधिकारी की अयोध्या में बैठक हुई।
इस बैठक में पूरे देश में राम भक्तों के बीच जाकर भगवान राम के नाम की अलख जगाने का निर्णय लिया गया है और यह पूरा काम प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव से पहले किया जाएगा इस पूरे कार्यक्रम की रूपरेखा विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता और पदाधिकारीयों ने तैयार की है।
तो वहीं बजरंग दल पूरे देश में अपनी शौर्य यात्रा के माध्यम से राम मंदिर के संघर्ष की गाथा लोगों तक पहुंचाने का काम करेंगे। दीपावली के बाद से संतों की पदयात्रा भी निकल जाएगी, संत महात्माओं की टोली बस्तियां, गांव में घर-घर जाकर हिंदुत्व की एकता की समरसता और धर्म संदेश को देगी।
संत महात्माओं द्वारा धर्म सभा का भी आयोजन किया जाएगा। पूरे देश में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम से पहले कई तरह के धार्मिक आयोजन किए जाएंगे, इसके अलावा विश्व हिंदू परिषद की अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष द्वारा यह भी बताया गया है कि लोगों ने इस बैठक में यह तय किया है कि जिस दिन अयोध्या में रामलला विराजमान होंगे उसी दिन पूरी दुनिया में जहां भी हिंदू मंदिर है वहां एक-एक बड़ी स्क्रीन पर राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम भी दिखाया जाएगा।
रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा पूजा-अर्चना के बाद भंडारा भी आयोजित होगा। पूरे देश में इस आनंद उत्सव को इस तरह से मनाया जाएगा जैसे कि भगवान राम जी के वनवास से लौटने पर मनाया गया था। रात में दीपोत्सव का कार्यक्रम भी किया जाएगा।