चाइना के साथ कमांडर स्तर की वार्ता में भारत ने पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले स्थानों पर जल्द समाधान का मुद्दा उठाया है। एलएसी पर दोनों देशों के उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के बीच लगभग 10 घंटे तक बातचीत हुई। भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने दो टूक चाइना को ये कह दिया है कि वे देपसांग और डेमचोक से चाइना सैनिकों को जल्द पीछे हटाए। सैन्य सूत्रों के मुताबिक कोर कमांडर स्तर की वार्ता वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास भारतीय क्षेत्र में चुशुल मोल्डो में हुई। यह बातचीत सुबह करीब 9:30 बजे के आसपास शुरू हुई। भारतीय प्रतिनिधिमंडल नेतृत्व 14 वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रशीम बाली जबकि चीनी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व दक्षिण शिनजियांग सैन्य जिले के कमांडर ने किया। गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख में कुछ बिंदुओं पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच तीन साल से ज्यादा का वक्त हो चुका है गतिरोध लगातार बना हुआ है। हालांकि दोनों ही पक्षों ने व्यापक राजनीतिक और सैन्य वार्ता के बाद कई स्थानों से अपने सैनिकों को वापस बुला लिया था, भारत का कहना है चीन के साथ उसके संबंध तब तक सामान्य नहीं हो सकते हैं जब तक सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति नहीं होती है। कोर कमांडर स्तरीय से पहले दोनों पक्षों के स्थानीय सैन्य कमांडर की बातचीत भी हो चुकी है 23 अप्रैल को 18 वें दौर की वार्ता हुई थी, जिसमें भारतीय पक्ष ने देपसांग और डेमचोक के लंबित मुद्दों पर जोर दिया था। पिछले महीने विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने पिछले साल बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान रात्रि भोज में द्विपक्षीय संबंधों को स्थिर बनाने की जरूरत पर चर्चा की थी। ऐसे भी 24 जुलाई को जोहांसबर्ग में पांच देशों के समूह ब्रिक्स की बैठक के दौरान प्रमुख चीनी राजनयिक वांग यी से मुलाकात की थी।
भारत की दो टूक, सैनिक पीछे हटाए चीन–
- Advertisement -
- Advertisement -
RELATED ARTICLES