MISSION 2024 : शनिवार 29 जुलाई को बीजेपी पार्टी के अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने अपनी राष्ट्रीय टीम में फेरबदल करते हुए कई लोगों की छुट्टी करदी जिनमें राष्ट्रीय महासचिव पद से असम से लोकसभा सांसद दिलीप सैकिया और उपाध्यक्ष पद से पूर्व केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह शामिल हैं। वहीं दूसरी ओर रवि और सैकिया की जगह नए महासचिव के रूप में बीजेपी की तेलंगाना इकाई के पूर्व अध्यक्ष बंडी संजय कुमार और बीजेपी पार्टी के उत्तर प्रदेश से सांसद राधामोहन अग्रवाल को नियुक्त किया गया है। जबकि राधामोहन सिंह की जगह नए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के रूप में उत्तर प्रदेश से ही पसमांदा मुसलमान समाज से ताल्लुक रखने वाले अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति तारिक मंसूर को नियुक्त किया गया है।
राष्ट्रीय सचिव पद से सुनील देवधर को हटाया गया
वर्तमान में तारिक मंसूर उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य हैं। नई टीम में उन्हें शामिल करने के इस फैसले को पसमांदा मुसलमानों के लिए पार्टी की पहल का हिस्सा माना जा रहा है। वहीं ज्यादातर पदाधिकारियों को इस नई सूची में उपाध्यक्ष, महासचिव और सचिव के पद पर बरकरार रखा गया है। 13 उपाध्यक्ष, 9 महासचिव, संगठन महामंत्री बीएल संतोष और 13 सचिव इस नई सूची में शामिल हैं।
इसके आलावा राष्ट्रीय सचिव पद से सुनील देवधर सहित सांसद विनोद सोनकर और हरिश द्विवेदी को हटा दिया गया है। द्विवेदी और सोनकर उत्तर प्रदेश से लोकसभा सांसद हैं। बीजेपी को पहली बार सत्ता में लाने में देवधर ने त्रिपुरा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। जिसके बाद पार्टी में उनका कद बढ़ा था। उन्हें आंध्र प्रदेश का राष्ट्रीय सचिव के साथ ही सह-प्रभारी बनाया गया था।
इन लोगों को किया गया नई सूची में शामिल
पार्टी की राष्ट्रीय टीम में सचिव के रूप में उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सदस्य सुरेंद्र नागर को शामिल किया गया है। वहीं, राष्ट्रीय सचिव के रूप में असम से राज्यसभा सांसद कामाख्या प्रसाद तासा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ए.के. एंटनी के बेटे अनिल एंटनी को नियुक्त किया गया है। पार्टी का नया सह-कोषाध्यक्ष उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद नरेश बंसल को बनाया गया है। मध्य प्रदेश के सांसद सुधीर गुप्ता की जगह बंसल लेंगे।
उत्तर प्रदेश जैसे महत्वपूर्ण राज्य का प्रभार राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद से हटाए गए राधामोहन सिंह के पास था, जबकि महाराष्ट्र, गोवा और तमिलनाडु के प्रभारी राष्ट्रीय महासचिव के पद से हटाए गए सी.टी. रवि थे। वहीं अरुणाचल प्रदेश का प्रभार सैकिया के पास था। प्रभारी और सह-प्रभारियों की भूमिका बीजेपी संगठन में अहम होती है। वे पार्टी की प्रदेश इकाई और केंद्रीय नेतृत्व के बीच में एक कड़ी केरूप में कार्य करते हैं।