कांग्रेस ने शनिवार को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से आने वाले 50 वर्षीय जीतू पटवारी (Jitu patwari) को पार्टी की मध्य प्रदेश इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया। पटवारी पार्टी के वरिष्ठ नेता कमलनाथ की जगह लेंगे। आदिवासी समुदाय से आने वाले राज्य के पूर्व मंत्री 48 वर्षीय उमंग सिंघार को कांग्रेस विधायक दल का नेता और एक ब्राह्मण युवा हेमंत कटारे (38) को उप नेता प्रतिपक्ष नियुक्त किया गया है।
कांग्रेस में क्यों हुआ बदलाव?
मध्य प्रदेश की आबादी में ओबीसी की हिस्सेदारी 48 फीसदी है। 2003 के बाद से सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इस समुदाय से चार मुख्यमंत्री हुए हैं। उमा भारती, बाबूलाल गौर, शिवराज सिंह चौहान और वर्तमान मोहन यादव, जिन्होंने 13 दिसंबर को शपथ ली है। भाजपा ने 17 नवंबर को हुए चुनाव में 230 सदस्यीय विधानसभा में 163 सीटें जीतकर राज्य में सत्ता बरकरार रखी। कांग्रेस को 66 सीटों से संतोष करना पड़ा। माना जा रहा है कि जाति के इसी समीकरण को साधने के लिए कांग्रेस आलाकमान ने पार्टी में फेरबदल की है।
OBC-ST-GEN को साधने का प्रयास
पटवारी कांग्रेस नेता राहुल गांधी के करीबी माने जाते हैं। पटवारी संयोगवश इंदौर के राऊ से हालिया चुनाव हार गए हैं। वह दिसंबर 2018 से मार्च 2020 के बीच कमलनाथ सरकार में मंत्री थे। कटारे के पिता सत्यदेव कटारे भी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष (एलओपी) रहे हैं और राज्य के गृह मंत्री भी रह चुके हैं। ओबीसी समुदाय से आने वाले भाजपा के मोहन यादव के मुख्यमंत्री तथा ब्राह्मण जाति के राजेंद्र शुक्ला और दलित नेता जगदीश देवड़ा के उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के कुछ दिनों बाद कांग्रेस ने ये नियुक्तियां की हैं। इससे माना जा रहा है कि कांग्रेस OBC-ST-GEN को साधने का प्रयास कर रही है।
आलाकमान से मनमुटाव कमलनाथ को पड़ा भारी
बताया जा रहा है कि पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और ऑल इंडिया कांग्रेस के बीच लंबे समय से सबकुछ ठीक नहीं है। इसी का नतीजा रहा कि पार्टी को विधानसभा चुनाव में मुंह की खानी पड़ी। कमलनाथ और दिल्ली में तालमेल न होने की झलक कई बार पार्टी फैसलों में भी साफ दिखाई देती रही है। ऐसे में पार्टी ने अब फाइनली कमलनाथ के हाथ से प्रदेश की कमान लेते हुए युवा चेहरे जीतू पटवारी को प्रदेश अध्यक्ष की ज़िम्मेदारी सौंपी दी है।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में पटवारी, कटारे और सिंघार की नियुक्तियों की घोषणा करते हुए यह भी कहा गया कि पार्टी 77 वर्षीय कमलनाथ के योगदान की सराहना करती है।