भले ही सदन मॉनसून सत्र चल रहा हो लेकिन अभी तक सदन में गर्मी बरकरार है। मॉनसून सत्र जब से शुरू हुआ है तब से ही संसद में हंगामा बरपा हुआ है और इसी बीच मंगलवार 1 अगस्त को ऐसा क्या हो गया स्पीकर ओम बिरला के दिल को चोट लगी।
दरअसल स्पीकर ओम बिरला नाराज है, उन्होंने अपनी नाराजगी को जाहिर करते हुए संसद भवन में होते हुए भी अध्यक्ष की कुर्सी पर नहीं बैठे हैं। उन्होंने पक्ष और विपक्ष के सदस्यों से नाराजगी जाहिर करते हुए अपने इस फैसले को बताया उनका कहना है कि जब तक सदन में अनुशासन बहाल नहीं होता है, लोकसभा स्पीकर की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे उनका कहना है कि उनके लिए सदन की गरिमा सर्वोच्च है। सदन में अनुशासन और मर्यादा रखना सब की सामूहिक जिम्मेदारी होती है लेकिन सदन में कुछ सदस्यों का व्यवहार सदन की उच्च परंपराओं को भूलता जा रहा है।
इसी बात से स्पीकर बिरला बेहद आहत है। गौरतलब है कि मंगलवार 1 अगस्त को लोकसभा में विपक्ष के सदस्य नारेबाजी करते हुए वेल में आए और स्पीकर की कुर्सी तक भी पर्चे फेंके थे। इसी बात ने उनके दिल को चोट पहंुचा दी। यह बात उनके दिल को कचोट गई उनका कहना है कि दिल्ली सेवा बिल के दौरान जिस तरह से सदन में हंगामा मचा कोई किसी की बात नहीं सुन रहा था, ऐसे में सदन का कामकाज नहीं हो सकता है, उन्होंने यहां तक कह दिया कि जब सदन सुचारू रूप से नहीं चलने दिया जाएगा मैं अंदर भी नहीं जाऊंगा।