पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव 2023 में टीएमसी पार्टी भारी जीत की ओर बढ़ती हुई दिख रही है। मंगलवार रात हुई मतपत्रों की गिनती में टीएमसी यानि सत्तारूढ़ दल तृणमूल कांग्रेस को अबतक घोषित परिणामों के चलते राज्य चुनाव आयोग ने अजय बढ़त दे दी है। राज्य चुनाव आयोग के अनुसार, टीएमसी ने बुधवार सुबह करीब 8 बजे तक ग्राम पंचायत की 34,359 सीटों पर जीत हासिल कर ली है। इसके साथ ही सत्तारूढ़ टीएमसी 752 सीटों से आगे चल रही है। वहीं टीएमसी की निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी पार्टी अबतक 9,545 सीटें जीत चुकी है। साथ ही 180 सीटों पर आगे चल रही है। कुल मिलाकर ग्राम पंचायत की 63,229 सीटों पर चुनाव हो रहे हैं। जिनमें सीपीआई (एम) पार्टी ने 2,885 सीटों पर जीत हासिल की है और साथ ही 96 सीटों पर आगे चल रही है। कांग्रेस पार्टी ने भी 2,498 सीटों पर जीत हासिल कर 72 सीटों पर आगे चल रही है।
मतगणना वाले दिन भी हुई थी बमबाजी
हालांकि मतगणना काफी हद तक शांतिपूर्ण तरीके से ही हुई। लेकिन छिटपुट घटनाओं के चलते भांगर में बम फेंके गए। जहां चुनाव से पहले कई लोगों की जानें भी चली गई। वहीं मंगलवार की रात केंद्रीय बलों और राज्य पुलिस द्वारा अनियंत्रित भीड़ पर गोलीबारी की गई। जिसके चलते कई आईएसएफ के समर्थकों सहित एक आईपीएस अधिकारी और पुलिसकर्मियों को भी चोटें आईं। अबतक घोषित सभी 554 जिला परिषद नतीजों में भी टीएमसी ने जीत हासिल की है। साथ ही 201 सीटों पर भी आगे चल रही है। इसके विपरीत बीजेपी ने 19 सीटों पर जीत हासिल की है और 7 सीटों पर आगे चल रही है। 8 जुलाई को पंचायत चुनावों के दौरान हुई हिंसा में लगभग 15 लोगों की जान चली गई। जिनमें से करीब 11 सत्तारूढ़ दल टीएमसी के थे। चुनावों की घोषणा के बाद पिछले महीने से चुनाव संबंधित हिंसा में मरने वालों की संख्या 33 हो गई है। जिनमें से करीब 60 प्रतिशत मौतें सत्ताधारी पार्टी से ताल्लुक रखती हैं।
कई बूथों पर कराया गया पुनर्मतदान
वोट से छेड़छाड़ और हिंसा के आरोपों के चलते विभिन्न दलों की ओर से एसईसी को 696 सीटों पर पुनर्मतदान कराने के आदेश देने के लिए मजबूर किया गया। जोकि शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुआ। कलकत्ता हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के चलते चुनाव और मतगणना दोनों के दौरान केंद्रीय पुलिस बलों की तैनाती की गई।