प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में डीपफेक वीडियो के शिकार होने के बाद कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के संभावित दुरुपयोग के बारे में चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि इस तकनीक का इस्तेमाल लोगों को बदनाम करने और समाज में अशांति पैदा करने के लिए किया जा सकता है।
पीएम मोदी ने कहा, “मैंने हाल ही में अपना एक डीपफेक वीडियो देखा, जिसमें मैं गरबा कर रहा था। यह वीडियो पूरी तरह से फर्जी था और इसका मकसद मुझे बदनाम करना था।”
उन्होंने कहा, “AI एक शक्तिशाली तकनीक है, लेकिन इसका इस्तेमाल गलत तरीकों से भी किया जा सकता है। इस तकनीक का इस्तेमाल लोगों को बदनाम करने, झूठी खबरें फैलाने और समाज में अशांति पैदा करने के लिए किया जा सकता है।”
पीएम मोदी ने कहा कि AI के दुरुपयोग को रोकने के लिए सरकार कई कदम उठा रही है। उन्होंने कहा, “हम AI के नैतिक उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए एक मजबूत नीतिगत ढांचा तैयार कर रहे हैं। साथ ही, हम लोगों को AI के संभावित खतरों के बारे में भी जागरूक कर रहे हैं।”
पीएम मोदी ने कहा कि AI का इस्तेमाल सकारात्मक बदलाव लाने के लिए भी किया जा सकता है। उन्होंने कहा, “AI का इस्तेमाल शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य क्षेत्रों में कई तरह की समस्याओं को हल करने के लिए किया जा सकता है।”
उन्होंने कहा, “हमें AI के लाभों का फायदा उठाना चाहिए, लेकिन साथ ही हमें इसके संभावित खतरों के प्रति भी सजग रहना चाहिए।”
डीपफेक AI के दुरुपयोग के कुछ उदाहरण
- डीपफेक वीडियो का इस्तेमाल लोगों को बदनाम करने के लिए किया जा सकता है।
- AI का इस्तेमाल झूठी खबरें फैलाने के लिए किया जा सकता है।
- AI का इस्तेमाल सोशल मीडिया पर नफरत फैलाने के लिए किया जा सकता है।
डीपफेक AI के दुरुपयोग को रोकने के लिए क्या किया जा सकता है?
- AI के नैतिक उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए एक मजबूत नीतिगत ढांचा तैयार किया जाना चाहिए।
- लोगों को AI के संभावित खतरों के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए।
- AI के दुरुपयोग की निगरानी के लिए एक प्रभावी तंत्र विकसित किया जाना चाहिए।
डीपफेक AI के सकारात्मक उपयोग के कुछ उदाहरण
- AI का इस्तेमाल शिक्षा को अधिक व्यक्तिगत बनाने के लिए किया जा सकता है।
- AI का इस्तेमाल स्वास्थ्य में सुधार के लिए किया जा सकता है।
- AI का इस्तेमाल कृषि उत्पादकता बढ़ाने के लिए किया जा सकता है।
AI एक शक्तिशाली तकनीक है, लेकिन इसका इस्तेमाल गलत तरीकों से भी किया जा सकता है। इसलिए, हमें AI के लाभों का फायदा उठाना चाहिए, लेकिन साथ ही हमें इसके संभावित खतरों के प्रति भी सजग रहना चाहिए।