देश रोजना: प्रदूषण काफी खतरनाक होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि प्रदूषण के कारण लोग उम्र से पहले बूढ़े हो रहे हैं। एक रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ है कि एयर पोलूशन के कारण लोग 10 साल उम्र से पहले बूढ़े हो रहे हैं। जहरीली हवा के संपर्क में आने के कारण ऐसा हो रहा है। फ्लैश ईयर में सांस लेने वाले मरीजों की तुलना में प्रदूषित हवा में सांस लेने वाले मरीज 4 दिन ज्यादा अस्पताल में भर्ती रहते हैं।
प्रदूषित हवा सांस की नली और फेफड़ों पर सीधा असर डालती हैं इसे अस्थमा जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। वातावरण में डिप्रेशन का असर भी लोगों की उम्र पर पड़ रहा है। आर्थिक और सामाजिक रूप से वंचित शहरी इलाकों डिप्रेशन में रहना व्यक्ति को जल्द बूढ़ा बना सकता है। वातावरण और बायोलॉजिकल एज गई है को रिलेशन व्यक्तिगत स्वास्थ्य और व्यवहार संबंधी रिस्क फैक्टर्स को एनालाइज करने के बाद भी बना रहता है।
एक रिसर्च में यह सामने आया है कि अस्पताल में भर्ती होने की 1 हफ्ते पहले जो लोग पोलूशन के ज्यादा लेवल में सांस लेते हैं उनके मुकाबले कम लेवल में सांस लेने वाले लोग 4 दिन अधिक अस्पताल में भर्ती रहते हैं। रिसर्च में यह भी पाया गया है कि वायु प्रदूषण के निम्न स्तर के परिणाम स्वरूप स्वास्थ्य में सुधार हुआ है। रेमडिसिवर जैसी कोविड-19 लाज के लिए उपयोग की जाने वाली दवाओं के 40 से 80% बराबर फायदे हैं।