18 से 22 सितंबर तक बुलाए गए संसद के विशेष सत्र में नई संसद का श्री गणेश हुआ और इसके साथ ही एक ऐतिहासिक फैसला भी हुआ और यह फैसला है सांसद और राज्यों की विधानसभा में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण मिलने का रास्ता साफ हो गया है।
राज्यसभा में गुरुवार को नारी शक्ति वंदन अधिनियम सर्व समिति से पारित हुआ, इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन में हुई महत्वपूर्ण सार्थक चर्चा का हर शब्द भविष्य में काम आएगा ऐसा कहा।
विधेयक के पक्ष में 215 वोट पड़े, वही विरोध में कोई मत नहीं पड़ा। राज्यसभा में बिल पर 10:30 घंटे से भी ज्यादा चर्चा हुई और 72 सदस्यों ने चर्चा में हिस्सा लिया।
हालांकि विपक्ष की तरफ से जो संशोधन पेश किए गए वह सभी खारिज हुए। विधेयक लोकसभा से एक दिन पहले ही पारित हो चुका था बिल पारित होने के बाद दोनों सदनों को वक्त से एक दिन पहले अनिश्चितकालीन के लिए स्थगित भी कर दिया गया।
तो वहीं सदन में मौजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विधेयक पर समर्थन जताने के लिए सभी दलों और सांसदों का आभार व्यक्त किया।
महिला आरक्षण बिल पारित होने के बाद तमाम महिला सांसदों ने संसद के गेट पर खड़े होकर प्रधानमंत्री मोदी का आभार जताया, कई सांसदों ने उन्हें बुके और शॉल भेंट किए। सभी सांसदों के साथ में प्रधानमंत्री मोदी ने फोटो भी खिंचवाई।
तो वहीं नारी शक्ति वंदन अधिनियम के लोकसभा और राज्यसभा से पारित होने पर माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी का बीजेपी की निर्वाचित महिला जनप्रतिनिधियों और महिला कार्यकर्ताओं द्वारा बीजेपी दफ्तर में भव्य स्वागत किया जाएगा।
आपको बता दे की नारी शक्ति वंदन अधिनियम लोकसभा और राज्यसभा दोनों में पास होने के बाद कानून का रूप लेगा लेकिन इसे लागू करने में वक्त लगेगा। जनगणना के बाद जब परिसीमन होगा,उसके बाद ही इस कानून को लागू किया जाएगा,इससे यह तो स्पष्ट है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में महिलाओं के लिए आरक्षण नहीं होगा।