प्रधानमंत्री मोदी की सादगी तो सबको भाती ही है लेकिन इसके साथ ही उनका पूरा परिवार भी सादगी भरा जीवन जीता है। कभी प्रधानमंत्री ने या उनके परिवार ने देश के उच्च पद का फायदा नहीं उठाया, उसकी मिसाल हमेशा देखने को मिलती भी है। ऐसा ही उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में भी देखने को मिला जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छोटे भाई प्रह्लाद मोदी का सरकारी अस्पताल में डायलिसिस हुआ। इस डायलिसिस सेंटर में वे करीब 5 घंटे एडमिट रहें और उनका इलाज चला, उनके ब्लड को फिल्टर किया गया था। जनवरी 2023 से प्रहलाद मोदी हर हफ्ते दो बार डायलिसिस करवाने के लिए इस हॉस्पिटल में आते हैं।
इस बार भी वे अपने मित्र के वहां आए थे हॉस्पिटल में डायलिसिस करवाया और वापस लौट गए। जब प्रह्लाद मोदी का हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था तब उस दौरान कोई वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं लिया। उनके साथ कोई लाव लश्कर नहीं था और नहीं कोई विशेष व्यवस्था की गई थी। हॉस्पिटल में रूटीन काम वैसे ही चलते रहे जैसे रोज चलते है। किसी भी मरीज को कोई परेशानी नहीं हुई। ऐसा लग ही नहीं रहा था कि देश के प्रधानमंत्री के भाई इस हॉस्पिटल में एडमिट होंगे। प्रह्लाद मोदी ने अपना डायलिसिस करवाया और वहां से चले भी गए।
आपको बता दें कि प्रह्लाद मोदी को गुजरात के बाद उत्तर प्रदेश में सरकारी चिकित्सालय में यह सुविधा मिली है। गौरतलब है कि प्रहलाद मोदी अपने बड़े भाई नरेंद्र दामोदरदास मोदी का हमेशा से ही विरोध करते आए हैं, एक यह वजह भी है कि वे स्पेशल ट्रिटमेंट लेने से मना करते हैं। जब जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन हुआ था तब प्रहलाद मोदी चर्चा में आए थे। वे इससे पहले इसी साल फरवरी में चेन्नई के अपोलो अस्पताल में भर्ती हुए थे, उनका किडनी से जुड़ी हुई बीमारी का इलाज चल रहा है।