देश रोज़ाना: दुबई शहर का नाम सुनते ही लोगों के मन में ऊंचे मकान और बिल्डिंग की छवि बनकर उभरती है। और कारण है वहां के मकान। और ये बात और भी हैरानी है कि सबसे अधिक भारतीय लोग दुबई में मकान खरीद रहे है। लोगों की पहली पसंद दुबई में घर खरीदना बन रहा है।
2023 में यह बात सामने आई है। इसके मुताबिक साल की दूसरी और तीसरी तिमाही में भारतीयों ने अंग्रेजों यानी ब्रिटेन के लोगों को पछाड़कर यह मुकाम हासिल किया है। पहली तिमाही में ब्रिटेन के लोग दुबई के प्रॉपर्टी मार्केट में सबसे बड़े इन्वेस्टर्स थे। लेकिन अब उनके हाथ से यह तमगा भारतीय निवेशकों ने छीन लिया है।
तीसरी तिमाही में दुबई के रियल एस्टेट मार्केट में रेकॉर्ड 28,249 ट्रांजैक्शंस हुए। यह दूसरी तिमाही के मुकाबले चार फीसदी और पिछले साल की समान तिमाही के मुकाबले 23 फीसदी अधिक है। रिपोर्ट के मुताबिक विला और टाउनहाउस ट्रांजैक्शन में 34 परसेंट की भारी ग्रोथ देखी गई।
दूसरी ओर अपार्टमेंट्स के ट्रांजैक्शंस में चार फीसदी की गिरावट देखने को मिली। भारतीय और ब्रिटिश नागरिक दुबई के रियल एस्टेट मार्केट में सबसे बड़े खरीदार हैं। रूसी इन्वेस्टर्स 2022 की दूसरी तिमाही के बाद पहली बार तीसरे नंबर पर खिसक गए हैं।
दुबई पूरी दुनिया के लोगों को आकर्षित करता है। इसकी वजह यह है कि यूएई की सरकार उन्हें गोल्डन वीजा देती है। यह एक लॉन्ग टर्म रेजिडेंस वीजा है जो विदेशी लोगों को यूएई में रहने, काम करने या पढ़ाई करने की इजाजत देता है। साथ ही इसके कई और भी फायदे हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि दुबई का लग्जरी मार्केट लगातार मजबूत होता जा रहा है। तीसरी तिमाही में इसमें ट्रांजैक्शन दूसरी तिमाही के मुकाबले 44 परसेंट बढ़ गया। इसकी वजह यह रही कि सेंकडरी मार्केट में 66 परसेंट ग्रोथ रही। 2023 में दुबई में 4,500 नए मिलिनेयर्स के आने का अनुमान है।