लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कांग्रेस और संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) से वायनाड में भूस्खलन पीड़ितों की मदद के लिए राज्य सरकार पर दबाव बनाने का आग्रह किया। राहुल गांधी अपनी बहन और कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाद्रा की वायनाड लोकसभा उपचुनाव में जीत के बाद पहली बार केरल आए हैं। इस मौके पर उन्होंने मुक्कम में जनसभा के दौरान भूस्खलन के पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनकी पार्टी और यूडीएफ उन लोगों के साथ खड़े हैं, जिन्होंने अपने परिवार के सदस्य और संपत्ति खो दी है।
राहुल ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, “दुर्भाग्य से, हमारी सरकार नहीं है और इसलिए हम वह नहीं कर सकते जो एक सरकार कर सकती है। लेकिन मैं चाहता हूं कि कांग्रेस और यूडीएफ के प्रत्येक सदस्य को भूस्खलन के पीड़ितों की मदद के लिए केरल सरकार पर दबाव बनाना चाहिए।” उनका यह बयान वायनाड में भूस्खलन से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए राज्य सरकार की अनिच्छा पर आलोचना के रूप में सामने आया।
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर वायनाड के लोगों के साथ भेदभाव करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी केरल के वायनाड क्षेत्र के लोगों को वह सहायता देने के लिए तैयार नहीं हैं, जिसके वे हकदार हैं। गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों पर हमला करते हुए कहा कि वह उद्योगपति गौतम अदाणी के साथ अलग व्यवहार कर रहे हैं, जबकि संविधान कहता है कि सभी नागरिकों के साथ समान व्यवहार किया जाना चाहिए।
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर हमला बोलते हुए दावा किया, “प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं कि अमेरिका में अदाणी पर आरोप लगने और उन्हें अपराधी कहने से कोई फर्क नहीं पड़ता, और भारत में हम उनके खिलाफ अभियोग नहीं चलाएंगे।” राहुल ने यह भी कहा कि यह कथन प्रधानमंत्री की नीतियों और उद्योगपतियों के साथ उनके विशेष रिश्ते को दर्शाता है, जबकि सामान्य जनता को सरकार की तरफ से वह समर्थन और राहत नहीं मिलती जिसकी उन्हें आवश्यकता होती है।
राहुल गांधी की यह टिप्पणी प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनके राजनीतिक मतभेदों को उजागर करने वाली थी। राहुल ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी और यूडीएफ वायनाड के भूस्खलन पीड़ितों के साथ खड़ी है और यह सुनिश्चित करने के लिए कि राज्य सरकार तत्काल राहत कार्य शुरू करे, हर संभव प्रयास किया जाएगा।
प्रियंका गांधी के साथ अपनी यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने राज्य सरकार पर दबाव बनाने की आवश्यकता को दोहराया, और इस बात पर जोर दिया कि यह समय राजनीति से ऊपर उठकर जनता की मदद करने का है। उन्होंने कहा कि भूस्खलन के कारण हुए नुकसान के लिए तत्काल मदद और राहत कार्य शुरू किए जाने चाहिए ताकि प्रभावित परिवारों को जल्द से जल्द पुनर्वास की सहायता मिल सके।
इस यात्रा में राहुल और प्रियंका गांधी ने वायनाड के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने का भी संकेत दिया है, जिससे यह साफ हो गया कि कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर गंभीर है और वे प्रभावित परिवारों के साथ खड़े हैं।