तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे खेल मंत्री उदय निधि स्टालिन के सनातन धर्म पर विवादित टिप्पणी के बाद सियासी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। सनातन धर्म को खत्म करने की बात को लेकर सत्तारुढ़ पार्टी भाजपा विपक्षी गठबंधन इंडिया पर लगातार हमलावर है। हालांकि कई पार्टियों ने तो इस बयान से खुद को अलग कर लिया है तो वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अनाधिकारिक तौर से अपने मंत्रियों को यह निर्देश दिया कि वह सनातन धर्म के खिलाफ की गई टिप्पणी का सख्त लहजे में जवाब दें और प्रधानमंत्री के ऐसा कहने के दूसरे दिन ही केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने उदय निधि के बयान को लेकर निशाना साधा है।
मीडिया की खबरों के मुताबिक केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी जन्माष्टमी महोत्सव के एक कार्यक्रम में कहती हुई दिखाई दी कि “हमारी आवाज उन लोगों तक पहुंचनी चाहिए जिन्होंने सनातन धर्म को चुनौती दी जब तक भक्ति जीवित है कोई भी हमारे धर्म और आस्था को चुनौती नहीं दे सकता है”।
गौरतलब है तमिलनाडु के खेल मंत्री उदय निधि स्टालिन ने चेन्नई में एक सभा को संबोधित करते हुए सनातन धर्म की तुलना डेंगू मलेरिया और कोरोना जैसी महामारियों बीमारियों से की थी और इस बयान के बाद उन्होंने माफी मांगने से भी इंकार कर दिया था, उनका कहना था कि माननीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नई संसद के उद्घाटन के मौके पर नहीं बुलाया गया यह सनातन धर्म का सबसे बेहतरीन उदाहरण है।
आपको बता दें की उदय निधि स्टालिन तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे हैं, वह डीएमके पार्टी के यूथ विंग सेक्रेटरी भी हैं, चेन्नई शहर की चेपुकथिरुवल्लीकेनी विधानसभा सीट से विधायक है। साल 2021 तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में वे पहली बार विधायक बने, उन्होंने तमिल फिल्मों में एक्टर, प्रोड्यूसर के तौर पर भी काम किया है। आपको यह भी बता दे की उदय निधि के खिलाफ लगभग 22 केस दर्ज हैं।