उपमंडल के गांव निजामपुर में लंबे अरसे से पंचायती रास्तों की हालत बदहाल है। रास्तों में कीचड़ और जलभराव की स्थाई समस्या बन गई है। ग्रामीण ग्राम पंचायत की पिछ्ली योजना से ही शासन प्रशासन से रास्तों के सुधारीकरण की मांग कर रहे है । लेकिन पंचायत विभाग पर इसका कोई असर नहीं हुआ। जिसको लेकर ग्रामीणों में सरपंच , पंचायत प्रतिनिधि सहित सरकार व प्रशासन के प्रति भारी रोष है।
ग्रामीण ,हाजी आसू ,कमल ,आजाद आकिब ,साहुन ,निखल ,उस्मान ,सदीक ,साहबदीन ,मुस्तकिम ,आमिर व साजिद आदि ने बताया कि गांव में फिरनी के रास्तों में जलभराव की समस्या है तो वहीं रास्तों के साथ बनी नालियां भी गंदगी से भरी हुई है । उन्होंने बताया कि कब्रिस्तान की ओर जाने वाले पंचायती मार्ग पर जलभराव और कीचड़ जमा होने की सबसे बड़ी समस्या है। सीधे तौर पर पंचायत विभाग की लापरवाही से अब यह एक स्थाई समस्या बन गई। ग्रामीणों को यहां से आवागमन करने में भारी परेशानी होती है। कब्रिस्तान में जब किसी शव को दफनाने के लिए ग्रामीण को जाना होता है तो कीचड़युक्त रास्ते में फिसलकर लोग चोटिल हो जाते है , इस समस्या के कारण कई बार रास्ते में गाड़ियां फंस जाती है ।
कई बार शवों को कब्रिस्तान तक ले जाने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। पिछली योजना के कार्यकाल में सरपंच प्रतिनिधियों के सामने भी इस समस्या को प्रमुखता से ग्रामीणों ने रख दिया था। कई बार समस्या को पंचायत प्रतिनिधि व पंचायत विभाग के अधिकारियों के संज्ञान में भी लाया गया। वहीं मीडिया के माध्यम से भी प्रशासन को जगाने का प्रयास किया गया ,लेकिन उसका कोई असर नहीं हुआ। ग्राम पंचायत निजामपुर में नाइ नंगला और गुरनावट सहित तीन गांव शामिल है। पिछली योजना में भी गुरनावट गांव से महिला सरपंच निर्वाचित हुई थी , तो इस बार भी गुरनावट निवासी व्यक्ति सरपंच निर्वाचित है ।
आरोप है कि भेदभाव के चलते गांव में विकास ध्यान नहीं दिया जा रहा। जिसका खामियाजा निजामपुर गांव के ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। इनकी मांग है कि कब्रिस्तान के रास्ते पर जलभराव और कीचड़ की समस्या का स्थाई समाधान किया जाए। जल निकासी की उचित व्यवस्था हो , नालियों की सफाई हो। ताकि बरसात के मौसम में जलभराव के साथ इस पर कीचड़ जमा नहीं हो सके। मामले को लेकर ग्राम पंचायत के सरपंच अरशद ने माना कि समस्या गंभीर है। पंचायत की तरफ से समाधान करने की प्रक्रिया जारी हो ।