मणिपुर मुद्दे पर लगातार हो रहे संसद में चल रहे गतिरोध के बीच में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने असम विधानसभा का उद्घाटन किया। उद्घाटन के इस मौके पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि हर गंभीर मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए यह जरूरी है लेकिन योजनाबद्ध रूकावटों से सदन की गरिमा कम हो रही है। सदन की गरिमा बनाए रखने के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ही दलों की सामूहिक जिम्मेदारी होती है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि शासन को जवाबदेह और पारदर्शी बनाने के लिए चर्चा जरूरी है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि संसद और विधानसभा लोकतंत्र का मंदिर है इसलिए वहां के सभी सदस्यों को राजनीतिक संबद्धता से ऊपर उठकर विधायी निकायों की गरिमा और मर्यादा को बनाए रखने की कोशिश करनी चाहिए क्योंकि वोटर्स को अपने द्वारा चुने गए लोकसभा विधानसभा के सदस्य से बहुत उम्मीद होती है इसलिए यह जरूरी है कि लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए इस मंच का उपयोग किया जाए। आपको बता दें कि असम विधान सभा के नए भवन का उद्घाटन हुआ है। साल 1971 में मेघालय से अलग राज्य बनने के बाद आसाम की राजधानी गुवाहाटी को बनाया गया और इसी के बाद 16 मार्च 1973 को डिसपुर गुवाहाटी में पहला बजट सत्र आयोजित किया गया था तब से अब तक संविधान सभा का स्थाई भवन ही था 50 साल बाद असम को नया विधानसभा कौन मिला है विधानसभा भवन में असम की संस्कृति की झलक दिखाई दे रही है 108 विधायकों की बैठने की व्यवस्था की गई है, जानकारी के मुताबिक इस नए भवन की नींव 10 साल पहले ही रखी जा चुकी थी लेकिन तब उसके निर्माण पर 234. 84 करोड़ का खर्च आने का अनुमान था और अब निर्माण कार्य में देरी और कैंपस में दूसरे निर्माण के कारण अब 351 करोड़ रुपए का खर्च होने का अनुमान है।
सदन की घट रही है गरिमा
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