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ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका और इंडोनेशिया जैसी उभरती अर्थव्यवस्थाओं की मुख्‍य भूमिका

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भारत जी-20 शिखर सम्मेलन का सब ने लोहा माना देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी भारत की-20 शिखर सम्मेलन की प्रशंसा हो रही है। भारत में फिल्म अभिनेता शाहरुख खान ने भारत के जी-20 अध्यक्षता की सफलता पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी तो वहीं उन्होंने ट्विटर पर पोस्ट करते हुए लिखा कि इस वजह से हर भारतीय के दिल में सम्मान और गर्व की भावना है,

सर आपके नेतृत्व में हम अलगाव में नहीं बल्कि एकता में समृद्ध होंगे एक पृथ्वी एक परिवार एक भविष्य तो वहीं बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार ने जी-20 सम्मेलन पर भारत के नेतृत्व में साबित कर दिया कि वसुधैव कुटुंबकम की नई विश्व व्यवस्था की वास्तविकता है

अभिनेता ने कहा कि गौरवनित भारतीयों के तौर में आज हमारा सिर ऊंचा है धन्यवाद मोदी जी जय हिंद जय भारत इसके अलावा रसिया की तरफ से कहा गया कि भारत की अध्यक्षता में g20 शिखर सम्मेलन में कई महीनो में महत्वपूर्ण सम्मेलन रहा इसके नतीजे ने दुनिया को कई चुनौतियों पर आगे बढ़ने का रास्ता दिखाया है इसके साथ ही ग्लोबल साउथ की ताकत और महत्व का प्रदर्शन भी किया है

गौरतलब है कि ग्लोबल साउथ शब्द का इस्तेमाल अक्सर विकासशील और अल्पविकसित देशों के लिए किया जाता है जो मुख्य तौर से अफ्रीका एशिया और लैटिन अमेरिका में स्थित है। रूस के विदेश मंत्री संर्गेई लावरोव ने कहा कि भारत ने यूक्रेन समेत कई मुद्दों पर पश्चिमी देशों को अपना दृष्टिकोण आगे बढ़ने से रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

शिखर सम्मेलन के घोषणा पत्र में स्पष्ट तौर से संदेश दिया गया है कि दुनिया में सैन्य संघर्षों को संयुक्त राष्ट्र चार्टर के मुताबिक हाल किया जाना चाहिए और पश्चिमी शक्तियों विभिन्न संकटों के समाधान की अपनी अवधारणाओं के साथ आगे नहीं बढ़ पाएगी। रशिया की विदेश मंत्री का कहना था कि यह कई माएनो में महत्वपूर्ण शिखर सम्मेलन है और हमें कई मुद्दों पर आगे बढ़ने का रास्ता प्रदान करता है

इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा की नई दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन ने वैश्विक प्रशासन और वैश्विक वित्त में निष्पक्षता की दिशा में एक दिशा प्रदान की है रूस की विदेश मंत्री संर्गेई लावरोव ने कहां की मैं जी-20 के राजनीति के कारण के प्रयासों को रोकने के लिए भारत के प्रति अपना आभार व्यक्त करना चाहता हूं,उन्होंने कहा कि पश्चिम में देश का आधिपत्य नहीं कायम हो पाएगा क्योंकि हम दुनिया में सत्ता के लिए नए केंद्र उभरते देख रहे हैं।

तो वहीं यूक्रेन संघर्ष पर जी- 20 नेताओं के घोषणा पत्र का पाठ विभाजनकारी आम सहमति के बजाये समान राय वाली आम सहमति पर बना यह संकट के समाधान का रास्ता देख सकता है। भारत में बड़ी कूटनीतिक जीत हासिल करते हुए जी-20 देश के बीच इस विवादित मुद्दे पर आम सहमति बना ली। जो खबरें निकल के आ रही है

उसके मुताबिक दिल्ली घोषणा पत्र पर सदस्य देशों के बीच पूरी तरह से आम सहमति बनने का हवाला देते हुए कहा गया है कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी और जादू का संयोजन है यूक्रेन संघर्ष के विवादित मुद्दे पर जी-20 देश के बीच अभूतपूर्व आम सहमति बनाने में भारत कामयाब रहा और ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका और इंडोनेशिया जैसी उभरती अर्थव्यवस्थाओं ने इसमें अपनी अहम भूमिका निभाई है।

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