देश में 2024 के लोकसभा चुनाव होने हैं और उसके साथ ही कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव भी होने है और ऐसे में पहले सनातन धर्म और अब देश के नाम भारत के मुद्दे पर हो रही सियासत का असर आगामी पांच राज्यों के चुनाव पर और लोकसभा चुनाव पर जरूर देखने को मिलेगा। बीजेपी और विपक्ष गठबंधन इंडिया के नेताओं के बयान और आरोप-प्रत्यारोप से सियासत गरमाई हुई है। संसद के विशेष सत्र में भी इन मुद्दों की गूंज सुनाई पड़ सकती है, बीजेपी ने विपक्षी नेताओं के बयानों पर पलटवार कर कांग्रेस पर करारा हमला किया है। जी-20 बैठक के दौरान राष्ट्रपति द्वारा दिए जाने वाले भोजन निमंत्रण पत्र में प्रेसिडेंट ऑफ भारत का जिक्र होने के बाद विपक्ष के तमाम दलों और उनके नेताओं ने बीजेपी और केंद्र सरकार को निशाने पर ले लिया है। बीजेपी ने भी पलट कर विपक्ष को कटघरे में खड़ा किया है।
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्ढा ने एक्स यानी कि ट्विटर पर कांग्रेस को देश के सम्मान और गौरव से जुड़े हर विषय से आपत्ति क्यों है, मुद्दा उठाया भारत जोड़ो के नाम पर राजनीतिक यात्रा करने वालों को भारत माता की जय के उद्घोष से नफरत क्यों है, स्पष्ट है कि कांग्रेस के मन में देश के प्रति ना सम्मान है ना संविधान के प्रति, उसे तो बस विशेष परिवार के गुणगान से मतलब है।
तो वहीं द्रुमक नेता उदयनिधि के सनातन धर्म को लेकर की गई टिप्पणी ने भी सियासी बखेड़ा खड़ा कर रखा है। यह दोनों ही मुद्दे राजनीतिक तौर से महत्वपूर्ण है ऐसे में आने वाले चुनाव तक ये मुद्दे राजनीति को गरम रखेंगे, इससे विपक्ष की राजनीति भी प्रभावित हो सकती है क्योंकि वो सत्ता विरोधी माहौल बनाने के लिए जनता से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर मोदी सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है और अगर विपक्ष इन मुद्दों पर जोर देती है तो उसकी महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की मूल रणनीति पीछे छूट जाएगी। ये विपक्ष को समझना होगा।