बात धर्मनिरपेक्ष देश भारत की हो और जब बात धर्म पर ही आ जाए तो किसी भी धर्म के अनुयायी अपने धर्म के बारे में कुछ गलत नहीं सुन सकता है। और यही बात देखने को मिल रही है तमिलनाडु के कैबिनेट मंत्री और सीएम एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के बारे में।
उदयनिधि ने जब से सनातन धर्म पर विवादित टिप्पणी की है,तब से पूरे देश में बवाल मचा पड़ा है ना केवल सियासी गलियारों में बल्कि सनातन धर्म में भी उदय निधि को लेकर लोगों में गुस्सा है। मध्य प्रदेश के इंदौर में हिंदू जागरण मंच ने उदय निधि के खिलाफ अनोखे तरीके से प्रोटेस्ट किया अपना विरोध दर्ज किया।
संगठन के पदाधिकारी ने मंदिर की सीढ़ियों पर उदय निधि की फोटो लगा दी,जिस पर मंदिर में आने-जाने वाले भक्त उस फोटो पर पैर रख कर जा रहे हैं।
उधयानिधि के खिलाफ गुस्सा और आक्रोश दिल्ली,यूपी और मुंबई के बाद मध्य प्रदेश में भी देखने को मिला।
गौरतलब है कि पिछले दिनों तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे जो कि खुद मंत्री पद पर है,उदय निधि ने सनातन धर्म को लेकर विवादित टिप्पणी की थी और उसके बाद पूरे देश में उनके लिए विरोध शुरू हो गया मध्य प्रदेश के इंदौर में भी उदय निधि का विरोध अनोखे तौर पर देखने को मिला।
मंदिर की सीढ़ियों पर उदय निधि की फोटो लगा रखी है जो भी मंदिर में दर्शन करने आ रहा है वो उदय निधि की फोटो पर पैर रखकर पैरों को साफ करता है फिर मंदिर में दर्शन करने जाता है।
हिंदू जागरण मंच इंदौर के जिला संयोजक का कहना है कि उदय निधि ने हमारी भावनाओं को चोट पहुंचाई है इसलिए उनका फोटो मंदिर की सीढ़ियों पर लगाया गया है।
उदय निधि ने एक कार्यक्रम में अपने भाषण में सनातन धर्म की तुलना डेंगू,मलेरिया कोरोना जैसी महामारियों से की थी। उदय निधि ने कहा था कि सनातन का मात्र विरोध नहीं किया जाना चाहिए बल्कि इसे खत्म ही कर देना चाहिए। मीडिया खबरों के मुताबिक उदय निधि ने सनातन उन्मूलन सम्मेलन में यह बयान दिया था।
सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है उदय निधि ने ऐसा कहा था की कुछ चीजों को विरोध नहीं किया जाना चाहिए,उन्हें खत्म कर देना चाहिए। हम डेंगू मच्छर मलेरिया और कोरोना का विरोध नहीं कर सकते इसे मिटाना ही होता है। इसी तरह से हमें सनातन को भी मिटाना है।