देश रोज़ाना: दुनिया में रेप के मामले बढ़ते जा रहे हैं जिसे लेकर आमजन से लेकर सरकारें तक चिंतित हैं। महिलाओं के प्रति बढ़ रही रेप की घटनाओं को कम करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। आपने कई तरह के रेप मामले सुने होंगे जिनमे गैंगरेप, अप्राकृतिक रेप आदि होते है। यह तो आप सभी जानते ही होंगे कि लोग आज कल कितने डिजिटल हो चुके है। ऑनलाइन गेम्स खेलना, पेमेंट करना, खाना मंगवाना, सब कुछ लोग डिजिटली करने लगे है। लेकिन हाल ही में एक मामला सामना आया है। जिसमें डिजिटल तरिके से रेप करने का आरोप एक लड़की ने लगाया है।
दरअसल ब्रिटेन में एक लड़की ने पुलिस के पास वर्चुअल गैंगरेप का एक मामला दर्ज करवाया है। लड़की के अनुसार वो डिजिटल वर्ल्ड में वीआर हेडसेट का इस्तेमाल कर ऑनलाइन अवतार के जरिए लोगों से कनेक्ट कर गेम खेल रही थी। उसी समय 6 अवतारों ने उसे घेर लिया और कथित तौर पर उसका गैंगरेप किया।
मेटावर्स की वर्चुअल दुनिया ?
दरअसल, इंटरनेट की वर्चुअल दुनिया में कोई भी व्यक्ति अपना वर्चुअल अवतार बना सकता है। इसे एक तरह से वर्चुअल दुनिया में यूजर का शरीर माना जाता है। होता तो ये एनिमेशन है यानि कार्टून लेकिन बिल्कुल असली लगता है। इसके बाद यूजर वीआर हेडसेट पहनता है और वर्चुअल दुनिया में पहुंच जाता है। वर्चुअल दुनिया में इसी के जरिए लोग एक-दूसरे की पहचान करते हैं और इसी के जरिए लोगों की दोस्ती या दुश्मनी भी हो जाती है. हालांकि इसमें किसी तरह का फिजिकल नुकसान तो नहीं पहुंचता लेकिन व्यक्ति के वर्चुअल अवतार को टार्चर करने या उसका शोषण करने पर उसकी असल जिंदगी में आहत होती हैं।
क्या होता है वर्चुअल रेप ?
इंटरनेट की वर्चुअल दुनिया में रेप जैसा गंभीर अपराध हाल ही में सुनने को मिला है। वर्चुअल दुनिया से जुड़ा व्यक्ति जब वीआर हेडसेट लगाता है तो उसे वो सभी चीजें आभास होती हैं जैसे वो सभी असली हों। कानूनी तौर पर इसकी कोई सटीक परिभाषा तो नहीं है लेकिन आभासी दुनिया में कोई शख्स आकर यदि यूजर को जबरन छुए तो ये यौन शोषण की श्रेणी में आता है. इसी तरह व्यक्ति के साथ दुष्कर्म होनी की घटना भी है। इससे पीड़ित शारीरिक रूप से तो नहीं लेकिन मानसिक रूप से जरूर परेशान होता है। कई बार तो इसके चलते पीड़ित लंबे समय के लिए ट्रॉमा में भी चला जाता है।
वर्चुअल रेप का पहला मामला साल 1993 में आया था। साल 2022 में एक रिसर्चर के साथ फेसबुक के मेटावर्स में जाने के एक घंटे के अंदर ही वहां मौजूद एक दूसरे अवतार ने रेप किया था। रिसर्चर ने कहा था कि रेप वर्चुअल दुनिया में हुआ, इसके बावजूद उन्हें रेप होने का एहसास हो रहा था।
इसके अलावा ब्रिटेन की 45 साल की साइकोलॉजिस्ट नीना जेन पटेल ने फरवरी 2022 में सोशल मीडिया पोस्ट में बताया था कि फेसबुक के मेटावर्स में उनके साथ गैंगरेप किया गया था।
द एक्सटेंडेड माइंड की साल 2017 की एक रिपोर्ट के मुताबिक वर्चुअल रियलिटी (VR) के शुरुआती दिनों में 49% महिला यूजर्स को ‘वर्चुअल’ यौन उत्पीड़न का शिकार होना पड़ा था, जबकि इन प्लेटफॉर्म को डिजाइन करने वालों में पुरुषों की संख्या अधिक है। वे महिलाओं को सुरक्षित माहौल देने के एंगल से उतना नहीं सोचते हैं, जितना कि महिलाएं सोच सकती हैं।