18 से 22 सितंबर तक पांच दिवसीय चलने वाले संसद के विशेष सत्र की शुरुआत संसद के पुराने भवन में हुई। अंतिम सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अतीत के गौरवशाली पलों को याद किया। लोकतंत्र की अच्छाई के साथ हम नए संसद भवन में जाएंगे ऐसा प्रधानमंत्री मोदी ने कहा। नई इमारत में मंगलवार यानी कि आज से कामकाज शुरू होगा।
उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, लोकसभा अध्यक्ष सांसद के केंद्र कक्षा में समारोह का नेतृत्व करेंगे। कार्यक्रम राष्ट्रगान के साथ शुरू और खत्म होगा, इसके बाद सांसद नए भवन पहुंचेंगे। इससे पहले पुराने संसद भवन के प्रांगण में तीन अलग-अलग समूह की तस्वीरें ली गई लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 1:15 पर शुरू होगी तो वहीं राज्यसभा की बैठक दोपहर 2:15 पर शुरू होगी।
केंद्र सरकार ने अधिसूचना जारी करके नई संसद भवन को आधिकारिक तौर से संसद भवन का दर्जा दे दिया है। खबरें ऐसी भी है कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महिला सांसदों को भी संबोधित करेंगे, यह संबोधन नए संसद भवन में ही होगा।
गौरतलब है कि सोमवार को मोदी केबिनेट की बैठक में महिला आरक्षण बिल को मंजूरी दे दी गई है। केंद्र सरकार महिला आरक्षण के तहत देश भर में 554 सीटों के अलावा 33 फीसदी सीटें बढ़ाने का निर्णय कर सकती है।
लगभग 180 से ज्यादा सीटें बढ़ाई जा सकती हैं और अगर ऐसा हो जाता है तो लोकसभा की कुल सीटें 725 हो जाएंगीं, इसके अलावा मीडिया की खबरों के मुताबिक पुरानी संसद के सेंट्रल हॉल में प्रस्तावित कार्यक्रम में डॉक्टर मनमोहन सिंह शामिल नहीं होंगे स्वास्थ्य कारणों को बताया गया है वजह। सुबह 11:00 बजे संसद के सेंट्रल हॉल में राष्ट्रगान के साथ समारोह शुरू होगा।
संसदीय कार्यमंत्री प्रहलाद जोशी स्वागत भाषण देंगे तो वहीं सबसे वरिष्ठ लोकसभा सांसद मेनका गांधी भी अपना संबोधन रखेंगीं।
पुरानी संसद से विदाई से पहले सांसदों को गिफ्ट पैकेट दिया जाएगा। एक डाक टिकट, एक सिक्का, संविधान की कॉपी गिफ्ट के तौर पर दी जाएगी।
सेंट्रल हॉल के कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संविधान की कॉपी लेकर पुराने भवन से नए भवन में जाएंगे। नया संसद भवन 2047 के नए भारत की नींव रखने के लिए तैयार है और अब पुराना संसद भवन इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाएगा।