झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के बीच सीटों के बंटवारे पर लगभग सहमति बन चुकी है। राजद को संभावित रूप से आठ सीटों पर चुनाव लड़ने का अवसर मिल सकता है। यह निर्णय सोमवार को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के बीच हुई बैठक के बाद लिया गया है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, जेएमएम ने राजद को सात सीटों की पेशकश की है, लेकिन राजद ने नौ सीटों की मांग की थी। अब दोनों दल आठ सीटों पर समझौता करने के करीब हैं। सोमवार को हेमंत सोरेन और तेजस्वी यादव ने सीट बंटवारे को लेकर दो बार मुलाकात की, जिसमें वे आपसी मतभेदों को दूर करने का प्रयास करते दिखे।
इंडिया गठबंधन के अन्य घटक दलों में से सीपीआई-एमएल ने कम से कम पांच सीटों की मांग की है। वहीं, सीपीआई और सीपीएम ने बताया है कि उन्हें बातचीत के लिए आमंत्रित नहीं किया गया, जिसके चलते वे स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने का इरादा रखते हैं। तेजस्वी यादव ने सोमवार को सीपीआई-एमएल के नेताओं के साथ भी मुलाकात की और फिर शाम को हेमंत सोरेन से आमने-सामने बातचीत की। यह बैठकें पिछले चार दिनों में पांचवीं बार हुई हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, राजद ने झामुमो और कांग्रेस के 81 में से 70 सीटों पर चुनाव लड़ने के प्रस्ताव को अनुचित करार दिया और 19 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने की धमकी भी दी। जेएमएम के प्रवक्ता विनोद कुमार पांडे ने कहा कि पार्टी जल्द से जल्द अपने उम्मीदवारों की घोषणा करने के लिए तैयार है।
इस बीच, कांग्रेस सूत्रों ने बताया है कि पार्टी मंगलवार को अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर सकती है। कांग्रेस की झारखंड इकाई के कई नेता दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं, क्योंकि गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर असमंजस और उम्मीदवारों की सूची की घोषणा में देरी हो रही है। सोमवार शाम को एआईसीसी की संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई गई, जिसमें नामों को अंतिम रूप देने पर चर्चा की गई।