अदाणी पावर(Adani Power: ) ने शुक्रवार को घोषणा की कि वह अपने 1,600 मेगावाट क्षमता वाले झारखंड स्थित गोड्डा संयंत्र से बांग्लादेश को बिजली की आपूर्ति जारी रखेगी। इस संयंत्र से उत्पादित 100 प्रतिशत बिजली बांग्लादेश को आपूर्ति की जानी थी, और कंपनी ने इसे जारी रखने की प्रतिबद्धता दोहराई है।
Adani Power: दिशा-निर्देशों में संशोधन किया गया था
हाल ही में, भारत के बिजली मंत्रालय ने बिजली निर्यात के दिशा-निर्देशों में संशोधन किया था, जिससे निर्यातोन्मुख इकाइयों को भारत के भीतर बिजली बेचने की अनुमति मिली। इस संशोधन का उद्देश्य उन उत्पादन संयंत्रों को भारतीय ग्रिड से जोड़ने की अनुमति देना है, जो पूरी या आंशिक क्षमता से निर्यात नहीं कर पा रहे हैं या जहां बिजली खरीद समझौते (पीपीए) के तहत भुगतान में देरी जैसी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।अदाणी पावर का गोड्डा संयंत्र, जो 1,600 मेगावाट की क्षमता वाला है, देश का संभवतः एकमात्र संयंत्र है जिसे 100 प्रतिशत बिजली आपूर्ति की प्रतिबद्धता के साथ बांग्लादेश के लिए स्थापित किया गया है। बिजली मंत्रालय द्वारा किए गए संशोधन का उद्देश्य बिजली निर्यात प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करना है, जिससे मौजूदा व्यवस्थाओं में कोई बदलाव किए बिना बिजली की बिक्री को सुविधाजनक बनाया जा सके।
कंपनी ने समझौते के दायित्वों को पूरा करने की बात दोहराई
अदाणी पावर ने अपने बयान में कहा कि कंपनी बांग्लादेश को बिजली की निर्बाध आपूर्ति कर रही है और इस प्रतिबद्धता को बनाए रखने के लिए दृढ़ संकल्पित है। कंपनी ने बांग्लादेश विद्युत विकास बोर्ड (बीपीडीबी) की मांग अनुसूची और पीपीए के प्रावधानों के अनुसार समझौते के दायित्वों को पूरा करने की बात दोहराई है। भारत के बिजली निर्यात दिशा-निर्देशों में हालिया संशोधन को अदाणी पावर ने एक सार्वभौमिक प्रावधान के रूप में देखा है, जो बिजली निर्यात को अधिक कुशल और प्रभावी बनाने की दिशा में उठाया गया कदम है। अदाणी पावर ने यह स्पष्ट किया कि इस संशोधन के बावजूद, कंपनी गोड्डा संयंत्र से बांग्लादेश को बिजली की आपूर्ति जारी रखेगी और इस दिशा में किसी भी बाधा को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है।