रविवार को उत्तराखंड(Agniveer Uttarakhand: ) के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि चार साल की सेना की नौकरी के बाद राज्य के अग्निवीरों को विभिन्न विभागों में समायोजित किया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि इसके लिए आरक्षण का प्रावधान भी किया जाएगा।
Agniveer Uttarakhand: अग्निवीर योजना लाए जाने के बाद की थी बैठक
सीएम ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि अग्निवीर योजना लाए जाने के बाद उन्होंने सेना के अधिकारियों, पूर्व अधिकरियों, जवानों तथा अन्य लोगों के साथ बैठक की थी और 15 जून 2022 को सोशल मीडिया एक्स पर घोषणा की थी कि उनकी सरकार पुलिस समेत राज्य के अन्य विभागों में देश सेवा करके आने वाले अग्निवीरों को समायोजित करेगी और उन्हें प्राथमिकता देगी। उन्होंने कहा कि अग्निवीरों के लिए आरक्षण का भी प्रावधान किया जाएगा।
Agniveer Uttarakhand: जरूरत पड़ने पर एक्ट भी बनाएंगे
धामी ने कहा कि अग्निवीरों को समायोजित करने के लिए अगर कोई अधिनियम बनाना जरूरी होगा तो उसके लिए भी प्रस्ताव मंत्रिमंडल में लाकर उसे विधानसभा में रखा जाएगा।
हरियाणा में अग्निवीरों को आरक्षण देने की हो चुकी है घोषणा
अभी चार दिन पहले ही हरियाणा में भी सरकारी भर्तियों में अग्निवीर को आरक्षण देने की घोषणा की गई है। बुधवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने राज्य में अग्निवीरों को लाभ देने के लिए कई बड़ी घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि जो युवा भारतीय सेना में अग्निवीर रह चुके हैं, उन्हें हरियाणा में सरकारी नौकरी में 10 फीसदी तक आरक्षण का लाभ दिया जाएगा। राज्य सरकार की ग्रुप सी भर्ती में 5% रिजर्वेशन दिया जाएगा।
2022 में हुई थी योजना की घोषणा
अग्निपथ योजना की घोषणा 14 जून, 2022 को की गई थी. इसमें 17 से 21 वर्ष की आयु वर्ग के युवाओं को केवल चार साल के लिए सेना में भर्ती करने का प्रावधान किया गया था, जिनमें से 25 प्रतिशत को आगे 15 और वर्षों के लिए बनाए रखने का प्रावधान है. सरकार ने बाद में ऊपरी आयु सीमा को बढ़ाकर 23 वर्ष कर दिया.