राजद प्रमुख लालू प्रसाद (Ambedkar Lalu:)ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बाबा साहब आंबेडकर पर की गई टिप्पणी की आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें कैबिनेट से इस्तीफा दे देना चाहिए और “राजनीति छोड़ देनी चाहिए”। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री प्रसाद, इस सप्ताह की शुरुआत में राज्यसभा में शाह के भाषण पर उठे विवाद पर संवाददाताओं के सवालों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘अमित शाह पागल हो गए हैं। वे हमारे पूज्य बाबा साहब के प्रति नफरत से भरे हुए हैं। मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं।’’
जब (Ambedkar Lalu:)उनसे पूछा गया कि क्या वे भी शाह के इस्तीफे की मांग का समर्थन करते हैं, तो प्रसाद ने कहा, ‘‘शाह को कैबिनेट से बाहर किया जाना चाहिए। उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। यही नहीं, उन्हें राजनीति भी छोड़ देनी चाहिए।’’ प्रसाद की यह टिप्पणी कांग्रेस के उस आरोप के बाद आई है, जिसमें कहा गया है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में ‘भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा’ विषय पर दो दिन तक चली चर्चा का जवाब देते हुए मंगलवार को बाबासाहेब का अपमान किया। मुख्य विपक्षी दल ने शाह के संबोधन का एक वीडियो अंश भी जारी किया जिसमें गृह मंत्री विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए यह कहते सुने जा सकते हैं कि, ‘‘अभी एक फैशन हो गया है- आंबेडकर, आंबेडकर…। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।’’
इससे (Ambedkar Lalu:)पहले बुधवार को शाह ने कांग्रेस पर भ्रम फैलाने और लोगों को गुमराह करने के लिये उनकी टिप्पणियों को गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगाया। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि वह सपने में भी संविधान निर्माता का अपमान नहीं कर सकते। उन्होंने कहा, ‘‘कल (मंगलवार) से कांग्रेस ने जिस तरह से तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर रखने का प्रयास किया है, वह अत्यंत निंदनीय है। मैं इसकी निंदा करना चाहता हूं।’’ शाह ने कहा, ‘‘मैं उस पार्टी से आता हूं, उस संस्कृति से आता हूं… जो स्वप्न में भी बाबा साहेब के विचारों का या बाबा साहेब का अपमान नहीं कर सकती।’’
जब उनसे पूछा गया कि क्या पार्टी इस मामले में कानूनी कार्रवाई करेगी, तो पूर्व भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि वह इतना जरूर कह सकते हैं कि संसद के अंदर और बाहर क्या कानूनी कार्रवाई हो सकती है, भाजपा उन सभी संभावनाओं को तलाशेगी।