व्हाइट हाउस ने पुष्टि की है कि अमेरिका बांग्लादेश (America Bangladesh: ) के हालात पर निगरानी जारी रखेगा और राष्ट्रपति जो बाइडन मानवाधिकार के मुद्दों पर स्पष्ट और बेबाक तरीके से बोलते रहेंगे। प्रेस सचिव कैरिन ज्यां-पियरे ने सोमवार को यह जानकारी दी।
America Bangladesh: हिंदू-अमेरिकी समुदाय का शांतिपूर्ण विरोध
हाल के दिनों में, अमेरिका के विभिन्न शहरों में सैकड़ों हिंदू-अमेरिकियों ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के खिलाफ कथित मानवाधिकार उल्लंघनों के विरोध में शांतिपूर्ण मार्च निकाले हैं। अटलांटा में रविवार को हुए एक मार्च को संबोधित करते हुए सांसद शॉन स्टिल ने अमेरिकी विदेश विभाग से बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और उनके हितों की रक्षा की अपील की थी । अन्य सांसदों ने भी इसी तरह की मांग की है।
व्हाइट हाउस की प्रतिक्रिया
ज्यां-पियरे ने कहा कि हम निश्चित रूप से स्थिति की निगरानी जारी रखेंगे। इसके अलावा मेरे पास और कुछ नहीं है। लेकिन, जब मानवाधिकार की बात आती है, तो राष्ट्रपति (जो बाइडन) हमेशा स्पष्ट और बेबाक तरीके से बोलते हैं, और वह ऐसा ही जारी रखेंगे। साथ ही अमेरिका ने बांग्लादेश में मानवाधिकार की स्थिति पर अपनी चिंता व्यक्त की है और स्थानीय हिंदू समुदाय की सुरक्षा के लिए वैश्विक दबाव बनाए रखने की बात की है।
शेख हसीना ने अमेरिका पर गंभीर आरोप लगाए
पूर्व बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना ने रविवार, 11 अगस्त 2024 को अमेरिका पर एक गंभीर आरोप लगाया। हसीना ने दावा किया कि अमेरिका ने सेंट मार्टिन द्वीप को बांग्लादेश को सौंपने में नाकाम रहने के कारण उन्हें सत्ता से बेदखल कर दिया है।हसीना का कहना है कि यदि सेंट मार्टिन द्वीप बांग्लादेश को मिल जाता, तो इससे बंगाल की खाड़ी पर अमेरिका का प्रभाव बढ़ जाता। इस आरोप के तहत, हसीना ने अमेरिका की विदेश नीतियों और उनके बांग्लादेश के खिलाफ संभावित कदमों की आलोचना की है।