आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की पीड़िता के पिता ने बुधवार को कहा कि उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात की है, जिन्होंने उन्हें मिलने के लिए बुलाया है। हालांकि, पीड़िता के पिता ने इस मुलाकात के बारे में अधिक जानकारी देने से इनकार कर दिया और यह भी नहीं बताया कि मुलाकात कब और कहां होगी।
पीड़िता के पिता ने संवाददाताओं से कहा, “मैंने अमित शाह से बात की है। उन्होंने मुझे मिलने के लिए बुलाया है, लेकिन मैं इस बारे में ज्यादा बात नहीं कर सकता। मुलाकात होगी, बस इतना ही कह सकता हूं।”
यह मुलाकात केंद्रीय गृह मंत्री से मिलने के लिए पीड़िता के माता-पिता द्वारा 22 अक्टूबर को लिखे गए पत्र के बाद हुई। पत्र में उन्होंने शाह से न्याय प्राप्त करने के लिए मार्गदर्शन और सहायता की अपील की थी। पीड़िता के माता-पिता ने आग्रह किया था कि गृह मंत्री उनसे मिलकर मामले में मदद करें। इस पर प्रदेश के भाजपा नेताओं ने यह दावा किया था कि वे 27 अक्टूबर को कोलकाता की यात्रा के दौरान पीड़िता के माता-पिता को गृह मंत्री से मिलवाने की व्यवस्था करेंगे, लेकिन यह प्रयास सफल नहीं हो सका।
हालांकि, पीड़िता के माता-पिता ने कहा था कि वे शाह से मुलाकात न कर पाने से परेशान नहीं हैं और उम्मीद जताई थी कि भविष्य में उन्हें केंद्रीय गृह मंत्री से मिलने का अवसर मिल सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि वे न्याय के लिए निरंतर संघर्ष करते रहेंगे और इस मामले में उचित कार्रवाई की उम्मीद रखते हैं।
आरजी कर अस्पताल में 9 अगस्त को ड्यूटी पर तैनात एक प्रशिक्षु चिकित्सक का शव सेमिनार हॉल से बरामद किया गया था। प्रारंभिक जांच में यह पाया गया कि चिकित्सक से बलात्कार के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी। इसके बाद, अस्पताल के जूनियर चिकित्सकों ने पीड़िता के लिए न्याय की मांग को लेकर पूरे पश्चिम बंगाल में “काम बंद” कर दिया था। इस मामले में पीड़िता के परिवार ने सरकार से शीघ्र और न्यायपूर्ण कार्रवाई की मांग की थी।
इस घटना ने पश्चिम बंगाल में स्वास्थ्य सेवा कर्मचारियों और आम जनता के बीच गहरी चिंता और आक्रोश को जन्म दिया था। अब गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की संभावना को लेकर पीड़िता के परिवार और स्थानीय नेताओं ने उम्मीद जताई है कि मामले में न्याय की प्रक्रिया में कोई सकारात्मक बदलाव आएगा।