हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री (ANIL VIJ CM: )अनिल विज ने कहा कि उन्होंने कभी मुख्यमंत्री पद के लिए दावा नहीं किया है। उन्होंने यह बयान एक पत्रकार के सवाल पर दिया जब उनसे पूछा गया कि हरियाणा में बीजेपी की सरकार बन गई है और उन्हें डिप्टी सीएम बनाए जाने की चर्चा है। विज ने स्पष्ट किया कि उन्होंने कभी मुख्यमंत्री पद के लिए दावा नहीं किया और वह कहीं भी ऐसा दावा पेश करने नहीं जा रहे हैं।
ANIL VIJ CM: दावा किया कि अगर मैं सीएम बना तो हरियाणा को नंबर 1 बना दूंगा
हालांकि, विज ने यह भी कहा कि यदि हाईकमान उन्हें मुख्यमंत्री बनाने का फैसला करता है, तो वह हरियाणा को देश का नंबर-1 प्रदेश बनाएंगे। इससे पहले विज ने कहा था कि वह हरियाणा बीजेपी के सबसे वरिष्ठ नेता हैं और इस बार सीएम पद के लिए अपने आप को आगे रखेंगे। उन्होंने कहा कि उन्होंने आज तक हाईकमान से कभी कुछ नहीं मांगा और अब फैसला हाईकमान को लेना है कि उन्हें सीएम बनाना है या नहीं। विज ने कहा, “अगर वह सीएम बनते हैं तो हरियाणा की तस्वीर और तकदीर बदल देंगे।”
डिप्टी सीएम के लिए अनिल विज का नाम भी चर्चा में
रिपोर्ट्स के अनुसार, हरियाणा में नायब सैनी ही लगातार दूसरी बार सीएम पद की शपथ लेंगे और उनके साथ दो डिप्टी सीएम भी बनाए जा सकते हैं। डिप्टी सीएम के लिए अनिल विज का नाम भी चर्चा में है। इसके अलावा, विज का नाम विधानसभा स्पीकर बनाए जाने को लेकर भी चर्चा में है। नायब सैनी के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में दस नए मंत्री शामिल हो सकते हैं। हालांकि, अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा जा सकता।हरियाणा में कांग्रेस अपनी हार को लेकर ईवीएम पर सवाल उठा रही है। कांग्रेस नेताओं द्वारा चुनाव आयोग से मुलाकात पर अनिल विज ने कहा कि कांग्रेस वाले हार गए हैं और अपनी हार का संस्कार वे कैसे करते हैं, यह उन पर निर्भर करता है। विज ने कहा कि उन्होंने अपनी ही पार्टी के नेताओं का मॉरल डाउन नहीं होने दिया और वही कह रहे थे कि बीजेपी अकेले दम पर हरियाणा में सरकार बनाएगी।
अंबाला कैंट विधानसभा से अनिल विज ने जीत हासिल की है
अंबाला कैंट विधानसभा से अनिल विज ने जीत हासिल की है। विज ने निर्दलीय उम्मीदवार चित्रा सरवारा को 7,277 वोटों से हराया। विज को 59,858 वोट मिले जबकि चित्रा सरवारा को 52,581 वोट मिले। इस जीत के बाद विज अंबाला कैंट से सातवीं बार विधायक बने हैं। विज ने अंबाला कैंट से सबसे पहला विधानसभा चुनाव 1991 में लड़ा था और जीत हासिल की थी। विज 1996 और 2000 में निर्दलीय चुनाव लड़कर भी जीते थे। हालांकि, विज 2005 का चुनाव हार गए थे। इसके बाद वह 2009 में फिर से अंबाला कैंट से विधायक बने। 2014 और 2019 के विधानसभा चुनाव में भी विज ने अंबाला कैंट से जीत दर्ज की। विज हरियाणा में अपने आप को बीजेपी का सबसे वरिष्ठ नेता बताते हैं और सीएम पद के लिए दावेदारी कर रहे हैं।हरियाणा का चुनावी रिजल्ट चौंकाने वाला है। कांग्रेस लहर के दावे और तमाम एग्जिट पोल फेल साबित हुए हैं। बीजेपी ने कांग्रेस को 37 सीटों पर समेट दिया जबकि बीजेपी ने बहुमत पार कर 48 सीटों पर जीत हासिल की। हरियाणा में किसी भी पार्टी को सरकार बनाने के लिए 46 सीटों की जरूरत होती है। बीजेपी और कांग्रेस के अलावा इनेलो ने 2 सीटों पर जीत हासिल की है जबकि 3 सीटों पर आजाद उम्मीदवार जीते हैं। जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन ने सरकार बनाई है।