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G20 से पहले PM Modi ने महंगाई को बताया बड़ा वैश्विक मुद्दा, जानिए क्या कहा प्रधानमंत्री मोदी ने

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि विश्व की एक बड़ी आबादी इस समय पूरी दुनिया में घूम रही है। उन्होंने कहा कि पहले कोरोना महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध ने फिर से global level पर businessman की सलाह को बदल दिया है। इन enterprises से विकसित और emerging industry high economy का सामना कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विश्व एक वैश्विक विविधता है, जिसके लिए संस्था के लिए friendly Collaboration की आवश्यकता है। भारत में भी किसी समस्या से नहीं बचा जा सकता। जून 2023 में Retail Sales 7.01% थी, जो कि RBI के 4% के Registration लक्ष्य से काफी अधिक है। महंगाई के कारण आम लोगों के लिए अपनी मेहनत की कमाई से गुजारा करना भी मुश्किल हो रहा है।



फसल के उत्पादन में कई कारक हैं, जिनमें से प्रमुख हैं:

COVID-19 महामारी के कारण वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में टोक्यो
रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण कच्चे तेल और खाद्य पदार्थों की दुकानों में वृद्धि हुई
low interference के लिए सरकार द्वारा नियंत्रण पर रोक

संस्था से स्थापना के लिए सरकार ने कुछ कदम उठाए हैं, जिनमें शामिल हैं:

खाद्य पदार्थ और खाद्य पदार्थ पर उत्पाद
रुचि में वृद्धि
खाद्य एवं खाद्य पदार्थों के आयात को बढ़ावा देना
हालाँकि, इन स्टेजों से लेकर statistics तक को पूरी तरह से सफल नहीं पाया जा सका। सरकार को Economics में कदम उठाने की जरूरत है। विश्वव्यापी एक वैश्विक समस्या है, लेकिन भारत में पूर्वोत्तर राज्यों की तरह इसका प्रभाव अधिक होता है। सरकार को एकजुटता दिखाने के लिए लोगों के साथ मिलकर अपने मार से बचाव के लिए कदम उठाना चाहिए।



ऐसे कई कारक हैं जो मुद्रास्फीति का कारण बन रहे हैं, जिनमें से सबसे महत्वपूर्ण हैं:
कोविड-19 महामारी के कारण वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान
रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण कच्चे तेल और खाद्य पदार्थों की कीमतों में वृद्धि
कीमतों को नियंत्रित करने में सरकार का हस्तक्षेप कम होना

सरकार ने मुद्रास्फीति से निपटने के लिए कुछ कदम उठाए हैं, जिनमें शामिल हैं:

भोजन और ईंधन पर सब्सिडी
ब्याज दरों में बढ़ोतरी
खाद्य एवं ईंधन के आयात को प्रोत्साहित करना

हालाँकि, ये उपाय मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने में पूरी तरह से सफल नहीं हुए हैं। महंगाई पर काबू पाने के लिए सरकार को और कदम उठाने की जरूरत है। महँगाई एक वैश्विक समस्या है, लेकिन भारत जैसे विकासशील देशों में इसका प्रभाव अधिक है। सरकार को महंगाई पर काबू पाने के साथ-साथ लोगों को इसके प्रभाव से बचाने के उपाय करने की जरूरत है।

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