बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 13 दिसंबर(Bihar BPSC:) को आयोजित 70वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगी परीक्षा (सीसीई) को रद्द करने की मांग पर जन आंदोलन तेज हो गया है। जन स्वराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर का गांधी मैदान में आमरण अनशन शुक्रवार को भी जारी रहा।
उधर, पूर्णिया से(Bihar BPSC:) निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने पटना सचिवालय हॉल्ट रेलवे स्टेशन पर अपने समर्थकों के साथ रेल पटरियों पर धरना दिया। सुबह बड़ी संख्या में उनके समर्थक रेलवे स्टेशन पर जुटे और रेल यातायात बाधित करने का प्रयास किया। हालांकि, प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए रेलवे स्टेशन पर भारी सुरक्षा बल तैनात किया। यादव ने कहा कि छात्रों के मुद्दे को लेकर राज्यपाल से लेकर हर संभव प्रयास किया, लेकिन सरकार सुनने को तैयार नहीं है। अब वह इस मामले को उच्चतम न्यायालय में ले जाएंगे।
पटना के गांधी मैदान में प्रशांत किशोर ने गुरुवार से आमरण अनशन शुरू किया है। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार छात्रों की मांग पर कार्रवाई नहीं करती, उनका अनशन जारी रहेगा। किशोर ने नीतीश कुमार सरकार को पहले ही 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। हालांकि, पटना जिला प्रशासन ने गांधी मैदान में उनके अनशन को अवैध बताते हुए प्राथमिक दर्ज की है। प्रशासन के इस कदम पर किशोर ने कहा, “हम कानून का उल्लंघन नहीं कर रहे। गांधी मैदान एक सार्वजनिक स्थल है, जहां बागवानी मेले जैसे कई कार्यक्रम होते हैं। हमारा अनशन जनता के लिए परेशानी का कारण नहीं है।”
बीपीएससी परीक्षा के विरोध में भाकपा माले लिबरेशन की छात्र इकाई आइसा ने समान विचारधारा वाले संगठनों के साथ मिलकर मुख्यमंत्री आवास के सामने प्रदर्शन करने की योजना बनाई है। वहीं, युवा कांग्रेस की राज्य इकाई ने पार्टी मुख्यालय से प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की समाधि तक मशाल जुलूस निकालने का ऐलान किया है। छात्रों का कहना है कि सरकार बीपीएससी परीक्षा से जुड़ी गड़बड़ियों पर गंभीर नहीं है। प्रदर्शनकारी परीक्षा रद्द करने और छात्रों की मांगों पर विचार करने की मांग कर रहे हैं। प्रशासन और सरकार के खिलाफ छात्रों के बढ़ते आक्रोश के चलते यह मामला अब राज्यव्यापी आंदोलन का रूप ले रहा है।