बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश(BIHAR CM:) कुमार ने बुधवार को घोषणा की कि हाल ही में नियमित किए गए सरकारी स्कूलों के शिक्षक अपनी वर्तमान तैनाती स्थल पर ही बने रहेंगे। यह निर्णय 2.5 लाख से अधिक नियोजित शिक्षकों (पंचायत शिक्षक, जिन्हें वैकल्पिक रूप से नियोजित शिक्षक भी कहा जाता है) के लिए राहत की खबर है, जो अब दक्षता परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद ‘विशिष्ट शिक्षक’ बन गए हैं। मुख्यमंत्री ने यह बयान राज्य शिक्षा विभाग द्वारा स्थानांतरण नीति को स्थगित किए जाने के एक दिन बाद दिया। इस नीति के तहत कई शिक्षकों ने पटना उच्च न्यायालय का रुख किया था।
पटना में (BIHAR CM:)दक्षता परीक्षा पास करने वाले शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरित करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा, “नियोजित शिक्षक अपने नये पदस्थापन को लेकर चिंतित थे, इसलिए हमारी सरकार ने निर्णय लिया है कि जो शिक्षक अपनी वर्तमान जगह पर काम कर रहे हैं, वे ‘विशिष्ट शिक्षक’ बनने के बाद भी उसी स्थान पर कार्य करेंगे और उनके नये पदस्थापन के बारे में बाद में निर्णय लिया जाएगा।”मुख्यमंत्री के इस निर्णय के बाद राज्य के विभिन्न जिलों में 1.14 लाख ‘विशिष्ट शिक्षकों’ को नियुक्ति पत्र दिए गए। इनमें 98,349 प्राथमिक शिक्षक, 12,524 माध्यमिक शिक्षक और 3,265 उच्चतर माध्यमिक शिक्षक शामिल हैं।
टीईटी प्राथमिक शिक्षक संघ के संयोजक राजू सिंह ने मुख्यमंत्री के फैसले की सराहना करते हुए कहा, “यह एक सकारात्मक निर्णय है जो ‘विशिष्ट शिक्षकों’ के हित में लिया गया है। हम मुख्यमंत्री और शिक्षा विभाग को इस निर्णय के लिए धन्यवाद देते हैं।”