हरियाणा विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP-Haryana:) के कुछ नेताओं की नाराजगी सामने आई है। भाजपा के नेता करण देव कंबोज ने बुधवार को कहा कि मुख्यमंत्री नायब सैनी को टिकट आवंटन प्रक्रिया में “ज्यादा अधिकार नहीं दिए गए।” पूर्व मंत्री कंबोज ने पांच अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं मिलने के बाद पिछले सप्ताह प्रदेश इकाई के ओबीसी मोर्चा प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने दावा किया कि पार्टी ने कई टिकट पाने के हकदार नेताओं को नजरअंदाज किया है।
BJP-Haryana: कहा, सैनी के सीएम बनते ही पार्टी की पैठ बढ़ी
कंबोज ने कहा, “जब भाजपा ने नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनाया तो जमीनी स्तर पर पार्टी की पैठ बढ़ने लगी। लेकिन उम्मीदवारों का चयन करते समय मुख्यमंत्री को टिकट आवंटन में ज्यादा अधिकार नहीं दिए गए। कई सीटों पर हम जो बगावत देख रहे हैं, उसे रोका जा सकता था।” उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने अभी तक भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा नहीं दिया है और उनके समर्थक उनके अगले कदम पर फैसला लेंगे।
राव भी बनना चाहते हैं सीएम
भाजपा द्वारा 67 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी किए जाने के तुरंत बाद पार्टी को बगावत का सामना करना पड़ा, जब मंत्री रणजीत सिंह चौटाला और विधायक लक्ष्मण दास नापा ने टिकट नहीं मिलने पर पार्टी छोड़ दी। अन्य नेता भी उनके पदचिह्नों पर चल पड़े और कुछ नेताओं ने खुले तौर पर अपनी निराशा जाहिर की। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि लोग चाहते हैं कि वह मुख्यमंत्री बनें। उन्होंने कहा, “आज भी लोग चाहते हैं कि मैं मुख्यमंत्री बनूं।” मुख्यमंत्री पद को लेकर सिंह के बयान के बारे में पूछे जाने पर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि अगर कोई दावा करना चाहता है, तो वह ऐसा कर सकता है। खट्टर ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहले ही मंच से घोषणा कर चुके हैं कि चुनाव सैनी के नेतृत्व में लड़ा जाएगा।
सैलजा ने कहा, भाजपा ने हार स्वीकार कर ली
भाजपा ने मंगलवार को हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए 21 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की, जिसमें दो मंत्रियों को टिकट देने से इनकार कर दिया गया। पार्टी ने गनौर, पटौदी, हथीन और होडल सीटों से मौजूदा विधायकों को भी टिकट देने से इनकार कर दिया। इस बीच, कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और सिरसा से सांसद कुमारी सैलजा ने भाजपा में बगावत पर कहा, “10 साल सत्ता में रहने के बाद भाजपा की यह स्थिति है… उनके नेता पार्टी छोड़ रहे हैं। भाजपा ने हार स्वीकार कर ली है।” जननायक जनता पार्टी (जजपा) के नेता दुष्यंत चौटाला ने कहा कि भाजपा का “बुलबुला फूट चुका है” और उसकी हार निश्चित है। हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा की नजर “हैट्रिक” बनाने पर है, लेकिन उसे कांग्रेस से कड़ी चुनौती मिल रही है, जो सत्ता विरोधी लहर का फायदा उठाने की कोशिश कर रही है। मतगणना आठ अक्टूबर को होगी।