पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy) की तैयारी जोरों पर है। अगले साल 19 फरवरी से 9 मार्च के बीच इसका आयोजन होगा। इसमें 10 मार्च रिजर्व डे रखा गया है। इसके लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने विंडो तलाशना शुरू कर दिया है। इस बीच पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने कराची, लाहौर और रावलपिंडी में अपने स्टेडियमों की मरम्मत शुरू कर दी है। इसके लिए पीसीबी ने लगभग 17 अरब रुपए आवंटित किए हैं।
Champions Trophy: भारत ने अब तक नहीं दी मंजूरी
पाकिस्तान 1996 के बाद पहली बार किसी बड़े आईसीसी टूर्नामेंट की मेजबानी (Champions Trophy) कर रहा है। हालांकि उसने 2008 में पूरे एशिया कप की मेजबानी की थी। पिछले साल भी इसी टूर्नामेंट के कुछ मैच पाकिस्तान ने अपनी सरजमीं पर कराए थे। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को अभी अपनी टीम पाकिस्तान भेजने के लिए आधिकारिक रूप से पुष्टि करनी है। इसे लेकर अभी भी ऊहापोह की स्थिति जारी है।
पीसीबी ने जारी किए अरबों रुपये
पाकिस्तान के क्रिकेट संचालन बोर्ड ने शनिवार को लाहौर में हुई बैठक में स्टेडियम की मरम्मत के लिए लगभग 17 अरब रुपये की राशि आवंटित की है। इसमें महिला क्रिकेट पर खर्च के लिए 24 करोड़ रुपये भी आवंटित किए गए हैं। पीसीबी के चेयरमैन मोहसिन नकवी ने बोर्ड के सदस्यों को यह भी बताया कि चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy) पूरी तरह से पाकिस्तान में आयोजित की जाएगी। इस महीने के अंत में कोलंबो में होने वाली आईसीसी की वार्षिक बोर्ड बैठक में इस पर आगे चर्चा की जाएगी।
दो ग्रुप में बांटी गई है आठ टीमें
आईसीसी ने चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy) के लिए आठ टीमों को दो ग्रुप में बांटा गया है। भारत को ग्रुप ए में पाकिस्तान, बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के साथ रखा गया है। ग्रुप बी में ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और अफगानिस्तान शामिल हैं। हाल ही में आईसीसी के इवेंट प्रमुख क्रिस टेटली ने पीसीबी के चेयरमैन मोहसिन नकवी से इस्लामाबाद में मुलाकात की थी, जब सुरक्षा टीम ने आयोजन स्थलों और अन्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया था।