यूपी विधानसभा के बजट सत्र में बोलते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमने अपना वादा निभाया और वहां राम मंदिर बनाया। उन्होंने कहा कि हम सिर्फ बोलते नहीं, करते भी हैं। यह काम बहुत पहले ही हो जाना चाहिए था। राम मंदिर का मामला कोर्ट में था लेकिन सड़कों और घाटों को चौड़ा किया जा सकता था।
सदन में बोलते हुए सीएम योगी ने आगे कहा कि अयोध्या, काशी, मथुरा, वृन्दावन के विकास को रोकने की मंशा क्या थी? नियति की बात थी, मैं बिना रुके हर जगह गया, मैं अयोध्या, काशी गया तो नोएडा और बिजनौर भी गया।
सीएम के मुताबिक, यह मेरा और मेरी सरकार का सौभाग्य है कि हमें अयोध्या में काम करने का मौका मिला। विवाद जगह को लेकर है, लेकिन लोगों को सुविधाएं तो मुहैया कराई जा सकती हैं। जब व्यक्ति शाश्वत नहीं है तो कुर्सी शाश्वत कैसे हो सकती है? इसलिए मैं नोएडा और बिजनौर भी गया। क्योंकि यह एक गलतफहमी थी कि जो मुख्यमंत्री वहां गया वह दोबारा सत्ता में नहीं आएगा, लेकिन मैं गया। मैंने कहा कि जो कल होना है वह आज ही हो जाना चाहिए।
अखिलेश यादव पर साधा निशाना
सीएम योगी ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं विपक्ष के नेता के पूरे भाषण के दौरान इंतजार करता रहा कि कब वह सदी की सबसे बड़ी घटना (राम मंदिर) के बारे में बात करेंगे, लेकिन वह ध्यान भटकाते रहे। तथ्यों और सत्य के स्थान पर वे जबरदस्ती अपने विचार थोपते रहे।
“उन्हें वोट की चिंता है”
सीएम योगी ने अखिलेश पर तंज कसते हुए कहा कि राज्यपाल ने अपने भाषण की शुरुआत भगवान राम से की थी लेकिन नेता प्रतिपक्ष ने इस पर एक भी शब्द नहीं बोला। आज भी उन्हें वोट की चिंता है और वोट बैंक की ये चिंता बहुत खतरनाक समस्या है। महर्षि वाल्मिकी ने कहा था कि धर्म के बिना अर्थ और काम में उन्नति नहीं हो सकती। यह बात विपक्षी नेताओं को समझ नहीं आ रही है। 22 जनवरी की घटना को पूरे देश और दुनिया ने देखा और अभिभूत हो गए। हर्ष, गौरव के आंसू थे।
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आज यूपी में समय बदल गया है, जहां युवाओं और नागरिकों को देखकर टिप्पणियां की जाती थीं, वहां कोई आना नहीं चाहता था। हर कोई यहां आ रहा है। अयोध्या में कतार लगी हुई है। कुछ लोगों ने अपने निहित स्वार्थ के लिए अयोध्या को युद्ध का मैदान बना दिया था।
500 साल के लंबे संघर्ष के बाद समाधान निकला और रामलला विराजमान हुए। यह दुनिया की पहली घटना है जब भगवान को अपने अस्तित्व के सबूत जुटाने पड़े। इस पल को सभी ने दीपोत्सव और उत्सव के जरिए मनाया। हमने अपना वादा निभाया, मंदिर वहीं बनाया, सिर्फ बोलते नहीं बल्कि करते भी हैं। बागपत के लाक्षागृह मामले में भी कोर्ट के फैसले का सम्मान किया जाना चाहिए।
शिवपाल यादव के नाम पर कही यह बात
सीएम योगी ने कहा कि सपा के लिए पीडीए का मतलब परिवार विकास प्राधिकरण (परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी) है। लेकिन उसमें चच्चू के साथ अन्याय। उन्होंने चच्चू को छोड़ दिया। चच्चू लगातार हाथ रगड़ते रहे। अगर राम को मानते तो वे चच्चू को किनारे नहीं करते। कम से कम महाभारत ही पढ़ लें। क्या चाचा पीडीए का हिस्सा नहीं हैं? आज अयोध्या का विकास हो रहा है। वहां एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है। माता सबरी के नाम पर एक किचन है। निषाद जी के नाम पर एक रैन बसेरा है। क्या यह पीडीए का हिस्सा नहीं है?
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