कांग्रेस अध्यक्ष(Congress Kharge:) मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को दलित और आदिवासी समुदायों के खिलाफ हालिया अपराधों का हवाला देते हुए मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि उसके “संविधान विरोधी राज” में गरीब और वंचित वर्गों को मनुवाद का शिकार होना पड़ रहा है। खरगे ने अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर पोस्ट करते हुए कहा, “संसद में गृहमंत्री अमित शाह बाबासाहेब डॉ. आंबेडकर का अपमान करते हैं, और भाजपा शासित राज्यों में वही वंचित-विरोधी मानसिकता पुनः दिख रही है।”
उन्होंने (Congress Kharge:)ताजा घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा, “पिछले दो दिनों में मध्यप्रदेश के देवास में दलित युवक की पुलिस हिरासत में हत्या कर दी गई। ओडिशा के बालासोर में आदिवासी महिलाओं को पेड़ से बांधकर पीटा गया। हरियाणा के भिवानी में दलित छात्रा को बीए परीक्षा की फीस न भर पाने के कारण आत्महत्या करने के लिए मजबूर होना पड़ा।”
खरगे ने महाराष्ट्र के पालघर जिले का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां एक आदिवासी गर्भवती महिला को आईसीयू की तलाश में 100 किलोमीटर यात्रा करनी पड़ी और उसकी मृत्यु हो गई। इसके अलावा, उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में तीन दलित परिवारों के पलायन की घटना का उल्लेख किया, जहां जातिसूचक हमले के कारण वे पलायन करने के लिए मजबूर हो गए थे और पुलिस भी मौन रही।
कांग्रेस(Congress Kharge:) अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि यह सभी घटनाएं मोदी सरकार के “संविधान विरोधी राज” में हो रही हैं, जहां दलित, आदिवासी, पिछड़े और अल्पसंख्यक वर्गों के खिलाफ अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं। उन्होंने कहा, “दलित-आदिवासी महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हर घंटे एक अपराध हो रहा है, और एनसीआरबी के अनुसार, इन अपराधों के आंकड़े 2014 से दोगुने हो गए हैं।”
खरगे ने यह भी कहा, “कांग्रेस पार्टी 140 करोड़ भारतीयों के संवैधानिक अधिकारों का हनन नहीं होने देगी और भाजपा-आरएसएस की संविधान-विरोधी सोच का मुकाबला करती रहेगी।”