कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (Congress Pawar:) पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता अजित पवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल करने के लिए ‘ब्लैकमेल’ करने का आरोप लगाया है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए।
रमेश ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित (Congress Pawar:)पवार की हालिया टिप्पणी का हवाला देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा कि भाजपा की ‘वॉशिंग मशीन’ पूरे देश में सक्रिय है, लेकिन महाराष्ट्र में यह विशेष रूप से प्रभावशाली रही है। रमेश ने कहा, ‘‘उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने पुष्टि की है कि भाजपा ने उन्हें राजग में शामिल होने के लिए ‘ब्लैकमेल’ और दबाव डाला।’’उन्होंने याद दिलाया कि 2014 से पहले विपक्ष में रहते हुए भाजपा ने तत्कालीन सिंचाई और जल संसाधन मंत्री अजित पवार पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे, जिनमें 70,000 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार का दावा भी शामिल था। रमेश ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन आरोपों की अगुवाई की थी और राकांपा को एक भ्रष्ट पार्टी करार दिया था।
रमेश ने कहा कि अजित पवार ने खुलासा किया है कि देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्हें कथित सिंचाई घोटाले में अजित पवार के खिलाफ खुली जांच की सिफारिश करने वाली फाइल दिखाई थी। रमेश ने आरोप लगाया कि यह कदम ‘ब्लैकमेल’ और दबाव की नीति का हिस्सा था: ‘‘हमारे सामने समर्पण कर दो या कार्रवाई का सामना करो।’’उन्होंने दावा किया कि यह मामला गंभीर है, क्योंकि इसमें न केवल ‘ब्लैकमेल’ और जोर-जबरदस्ती का इस्तेमाल किया गया, बल्कि गोपनीयता की शपथ और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम का उल्लंघन भी शामिल है। रमेश ने इस मामले की जांच की मांग की है।गौरतलब है कि अजित पवार और महाराष्ट्र के कई अन्य विधायक शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा से अलग होकर पिछले साल राज्य में शिवसेना-भाजपा सरकार में शामिल हो गए थे।