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UP के Noida में ट्रैक्टर निकालने पर विवाद, दलित की हत्या

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UP: गौतम बुद्ध नगर (Noida) जिले के रबूपुरा क्षेत्र के भीखनपुर गांव में शुक्रवार सुबह ट्रैक्टर निकालने को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद हो गया। यह मामूली लगने वाला विवाद जल्द ही गंभीर हिंसा में बदल गया, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए।

दलित युवक शीशपाल अपने खेत पर ट्रैक्टर ले जा रहे थे, जब गांव के कुछ दबंगों ने उनका रास्ता रोक लिया। उन्होंने शीशपाल के साथ गाली-गलौज और मारपीट की। जब शीशपाल के पिता विजयपाल शिकायत करने दबंगों के पास पहुंचे, तो उन्हें भी पीट दिया गया। इस हिंसा में ईंट, पत्थर, लाठी और लोहे की रॉड का इस्तेमाल किया गया, जिससे कई लोग घायल हो गए। अस्पताल में इलाज के दौरान कमलजीत नाम के एक व्यक्ति की मौत हो गई।

ग्रामीणों का प्रदर्शन

घटना के बाद ग्रामीणों ने थाने पर प्रदर्शन किया और न्याय की मांग की। उनका आरोप है कि पुलिस (Noida) ने शुरुआत में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई में ढिलाई बरती। पीड़ित परिवार ने दावा किया कि जब वे शिकायत दर्ज कराने गए, तो पुलिस ने उनके आरोपों को गंभीरता से नहीं लिया और उनकी शिकायत को फाड़ दिया।

पुलिस (Noida) ने घटना की जांच करते हुए मुठभेड़ के दौरान तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। इन आरोपियों—नितिन त्यागी, निखिल त्यागी और आशु त्यागी—को मुठभेड़ के दौरान पैरों में गोली लगी। पुलिस ने उनके पास से अवैध हथियार और कारतूस बरामद किए। अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों पर दंगा, शांति भंग और हत्या के प्रयास सहित कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।

गांव में पुराना तनाव

भीखनपुर गांव में पहले से ही दलित और दबंग समुदाय के बीच तनाव था। पिछले साल भी इसी गांव में एक दलित युवक की हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद से दोनों समुदायों के बीच माहौल और अधिक खराब हो गया है।

बसपा प्रमुख और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने इस घटना की कड़ी निंदा की। उन्होंने सरकार से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और पीड़ित परिवार को हरसंभव सहायता प्रदान करने की मांग की। उन्होंने अपने बयान में कहा कि दलित समुदाय पर इस तरह के हमले बेहद दुखद और निंदनीय हैं। यह घटना उत्तर प्रदेश में दलित समुदाय के खिलाफ बढ़ते अत्याचारों की ओर इशारा करती है। पीड़ित परिवार को न्याय और सुरक्षा दिलाना प्रशासन की जिम्मेदारी है। साथ ही, यह जरूरी है कि ऐसे मामलों में त्वरित और निष्पक्ष जांच हो, ताकि सामाजिक सौहार्द बना रहे और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

गांव (Noida) के तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए पुलिस और प्रशासन को सतर्क रहना होगा। कानून-व्यवस्था की सख्त निगरानी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई ही इस समस्या का समाधान हो सकती है।

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