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Difference between IAS और IPS ? | क्या आपका भी है सपना ?

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भारतीय सिविल सेवा (Indian Civil Services) का परीक्षण देश के नायक बनने का मार्ग है और इसमें दो महत्वपूर्ण खेलने वाले भूमिकाएं हैं – IAS (Indian Administrative Service) और IPS (Indian Police Service). ये दो पोस्ट पाने के लिए बहुत मुश्किल प्रतियोगी परीक्षाएँ हैं, और इन पदों के बीच अंतर कई आवश्यक और महत्वपूर्ण है।

IAS और IPS के पोस्ट का मूल उद्देश्य:

IAS का मुख्य उद्देश्य नायक के नायक बनने का आदर्श देश की सरकार में नायक की भूमिका में है। इसका कार्यक्षेत्र सरकारी नीति और प्रशासनिक प्रक्रियाओं का पालन और नायक के जुर्माने के निर्धारण को सुनिश्चित करना है। इसका मतलब है कि IAS अधिकारी सरकार के विभिन्न विभागों में कार्य कर सकते हैं, जैसे कि शिक्षा, स्वास्थ्य, वित्त, पर्यावरण, और बहुत कुछ।

IPS का मुख्य उद्देश्य देश की पुलिस सेवा का प्रमुख होना है। इनका कार्यक्षेत्र अपराध प्रबंधन और सुरक्षा है, और इन्हें विभिन्न प्रकार के अपराधों के खिलाफ लड़ना होता है, जैसे कि जुआ, धार्मिक आतंकवाद, और आपसी विवाद।

पद :

IAS की दर्जन की उपाधि “डिप्टी कमिशनर” या “कलेक्टर” होती है, और इन्हें सिविल अपाच (Civil Apparatus) कहा जाता है। IPS के पद दर्जन के तौर पर “सुपरिंटेंडेंट ऑफ पोलिस” या “आईजी पुलिस” की उपाधि होती है, और इन्हें पुलिस सेवा के अंतर्गत नायक कहा जाता है।

क्रियाशीलता और कार्यक्षेत्र:

IAS अधिकारी का कार्यक्षेत्र विभिन्न सिविल स

ेवा पदों में होता है, जिसमें सरकार की नीतियों का पालन करने और सुनिश्चित करने का काम होता है। इसका मतलब है कि वे विभिन्न सेक्टरों में काम कर सकते हैं और समाज के विभिन्न पहलुओं में योगदान कर सकते हैं।

IPS अधिकारी का कार्यक्षेत्र सुरक्षा और पुलिस सेवा से संबंधित होता है। उनका काम अपराध रोकने, जांचने और उनका पर्याप्त सजा दिलाने में होता है।

प्रशासनिक और पुलिस सेवा:

IAS अधिकारी सरकार के प्रशासनिक प्रक्रियाओं का पालन करते हैं और नागरिकों के लिए सेवाएँ प्रदान करते हैं। वे विभिन्न सरकारी विभागों में काम करते हैं और नागरिकों के लिए सुविधाएँ प्रदान करने का काम करते हैं।

IPS अधिकारी सुरक्षा के क्षेत्र में काम करते हैं और अपराधों के खिलाफ लड़ते हैं। वे अपराधियों को गिरफ्तार करते हैं और सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद करते हैं।

पारिश्रमिक और वेतन:

IAS अधिकारी की पारिश्रमिक और वेतन स्तर की बात करें, तो वे भारतीय सरकार के अधिकारी होते हैं और उनकी सैलरी भी उनकी जिम्मेदारियों के आधार पर निर्धारित होती है।

IPS अधिकारी की पारिश्रमिक और वेतन भी अधिकारियों के कार्यक्षेत्र और जिम्मेदारियों के आधार पर निर्धारित होती है, लेकिन वे सुरक्षा क्षेत्र में काम करते हैं और उनका काम विभिन्न प्रकार के अपराधों के खिलाफ लड़ने में होता है।

सामाजिक योग्यता:

IAS और IPS अधिकारी दोनों ही भारतीय समाज में महत्वपूर्ण भूमिका ,समाज के सामने किसी भी पद की भूमिका को कम ज़्यादा आंकना उचित नहीं है। दोनों ही पदों को समान उच्च दर्जा दिया गया है ।आपको IAS बनना है या IPS अपनी राय जरूर दें.

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