राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने दिल्ली (Diljeet ngt:)के जवाहरलाल नेहरू (जेएलएन) स्टेडियम में गायक-अभिनेता दिलजीत दोसांझ के कंसर्ट के बाद फैली गंदगी का संज्ञान लिया है और स्टेडियम के रनिंग ट्रैक से कचरा हटाने के लिए तत्काल कदम उठाने का आदेश दिया है। एनजीटी ने एक मीडिया रिपोर्ट के आधार पर इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए कहा, “यह मामला ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियमों और पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के उल्लंघन को दर्शाता है।”
एनजीटी (Diljeet ngt:)अध्यक्ष न्यायमूर्ति प्रकाश श्रीवास्तव की अध्यक्षता वाली पीठ ने 19 नवंबर को दिए गए आदेश में कहा, “कंसर्ट के बाद स्टेडियम में टूटी हुई कांच की बोतलें, बीयर के कैन, प्लास्टिक के रैपर और अन्य कचरा फैला हुआ था। गंदगी इतनी अधिक थी कि खिलाड़ियों ने उसे साफ करने की कोशिश की, लेकिन कचरे की बड़ी मात्रा के कारण उनका प्रयास व्यर्थ हो गया।” पीठ में विशेषज्ञ सदस्य ए. सेंथिल वेल भी शामिल थे।
आदेश में यह भी कहा गया कि कंसर्ट के बाद स्टेडियम का रनिंग ट्रैक लगभग 10 दिनों तक बंद रहा, जिससे एथलीटों के प्रशिक्षण में रुकावट आई और उन्हें कम गुणवत्ता वाले ट्रैक पर अभ्यास करना पड़ा। एनजीटी ने बताया कि आयोजन स्थल पर कूड़ादान न होने के कारण कंसर्ट में आए लोगों ने पिज्जा बॉक्स, पानी की बोतलें और बीयर के खाली कैन ट्रैक पर फेंक दिए थे। अधिकरण ने दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) के सदस्य सचिव को निर्देश देते हुए कहा कि आयोजन स्थल की स्थिति को बहाल किया जाए और वहां से कचरा व मलबा हटाया जाए। यह कार्य दो हफ्ते के भीतर पूरा किया जाए।दिलजीत दोसांझ का ‘दिल-लुमिनाती’ कंसर्ट 26-27 अक्टूबर को जेएलएन स्टेडियम में आयोजित किया गया था, जिसमें भारतीय खेल प्राधिकरण के अनुसार 70,000 से अधिक लोग शामिल हुए थे।