कर्मचारियों ने वेतन में वृद्धि की मांग को लेकर प्रदर्शन करना शुरू किया है जिसके बाद अफ़सरों के जोश में किसी तरह की कमी नहीं दिखाई दे रही है, वहीं विभिन्न कर्मचारियों के लगातार होने वाले समर्थन से उनके हौंसलें और बुलंद हो रहे है। कर्मचारी सरकार पर हड़ताल के नौवे दिन जमकर बरसे और आंदोलन की मांगों को पूरी नहीं होने पर जारी रखने के बारे में बताया । हड़ताल के लंबे होने की वजह से आम आदमी भी परेशान हो रहे है । उनके काम न हो पाने से वह काफी परेशान है। लोग भी अब सरकार के इस मामले में दखल देने के साथ साथ उनके मामले पर परदा गिराने की बात कर रहे है ।
क्लर्क एसोसिएशन ने नौ दिन पूर्व वेतन को 35 हजार 400 करने की अपनी टिकाऊ मांग को ध्यान में रखते हुए जिला सचिवालय के पीछे धरना शुरू किया था। जिसके दौरान विभिन्न कर्मचारी संगठनों के साथ विभिन्न विपक्षी दल के नेता भी उनके पक्ष में उतरते नज़र आए जिसके बाद उनकी इस मांग को जायज ठहराते हुए सरकार से जल्द से जल्द उनकी मांगों को पूरा करने के लिए कहा । सरकार की तरफ से किसी भी प्रकार का जवाब नहीं मिलने के बावजूद भी कर्मचारियों को अपनी मांग के प्रति जोश में कमी दिखाई नहीं दे रही है, वहीं कर्मचारी संगठनों के समर्थन ने उनके इरादों को पंख लगा दिया है। हड़ताल के नौवे दिन पर आज भी क्लेरिकल एसोसिएशन वेलफेयर सोसायटी के समर्थन में विभिन्न विभागों , शिक्षण संस्थानों और निगम एवं बोर्ड के सैंकड़ों लेखक धरना स्थल पर डटे हुए है और सरकार के खिलाफ अपनी आवाज को बुलंद करते नज़र आ रहे है । गुरूवार के दिन एसओ एसोसिएशन के रजनीश कुमार के मार्ग दर्शन में कर्मचारियों ने लेखकों की मांग का समर्थन किया था जिसके बाद पूर्व प्राचार्य लक्ष्मीनारायण शर्मा और हुडा कर्मचारी यूनियन के सदस्यों ने भी विजय चौधरी के मार्ग दर्शन में लेखकों का समर्थन किया। समर्थनकर्ताओं ने बतया कि उनकी मांग जायज है इस ही वजह से वह अपने हक की लड़ाई को जारी रखेंगे । भारतीय मजदूर समुदाय ने भी लेखकों को तसल्ली देते हुए बताया कि वह इस विषय पर मुख्यमंत्री से बात करेंगे। इधर लेखकों ने ऐलान किया कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी तब तक उनकी तरफ से संघर्ष जारी रहेगा ।