अपनी विभिन्न मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर (farmer noida:)रहे किसानों की मंगलवार को गिरफ्तारी के बाद, किसान नेता राकेश टिकैत ने बुधवार को गौतम बुद्ध नगर के जीरो प्वाइंट पर इकट्ठा होकर विरोध प्रदर्शन करने का आह्वान किया है। टिकैत के आह्वान के बाद प्रदर्शन में हिस्सा लेने के लिए जीरो प्वाइंट पर भारी संख्या में किसान पहुंचने लगे हैं। पुलिस प्रशासन जगह-जगह अवरोधक लगाकर किसानों को रोकने की कोशिश कर रहा है।
किसानों(farmer noida:) की मांगों में सरकार द्वारा अधिगृहित जमीन के लिए उचित मुआवजा, अधिगृहित जमीन के बदले 10 प्रतिशत भूखंड आवंटन, रोजगार, यहां के विभिन्न विश्वविद्यालय और स्कूलों में क्षेत्रीय लोगों के बच्चों को दाखिले में वरीयता, और 2013 के भूमि अधिग्रहण कानून को लागू करना शामिल है। गौतम बुद्ध नगर पुलिस ने कल दोपहर करीब डेढ़ बजे 160 से ज्यादा किसानों को गिरफ्तार किया था। हालांकि, रात में पुलिस ने महिलाओं और बुजुर्गों को रिहा कर दिया था। अभी भी 123 किसान पुलिस की हिरासत में हैं।
विरोध प्रदर्शन के लिए आ रहे किसानों ने आरोप लगाया कि पुलिस उन्हें उनके गांव से निकलने नहीं दे रही है और उनके ट्रैक्टर ट्रॉली को रोका जा रहा है। पुलिस अधिकारियों ने इन आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने कहा है कि कानून व्यवस्था को कायम रखने और यातायात को सुचारू रूप से चलाने के लिए पुलिस हर स्थिति पर नजर रखे हुए है।
गौतम (farmer noida:)बुद्ध नगर के किसानों की समस्याओं को हल करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने देर रात पांच सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति का गठन किया। औद्योगिक अनुभाग के सचिव अभिषेक प्रकाश ने इस टीम गठन का आदेश जारी किया। आदेश के अनुसार, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास के प्रमुख सचिव अनिल कुमार सागर समिति के अध्यक्ष होंगे। विशेष सचिव पीयूष शर्मा, नोएडा प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी (एसीईओ) संजय खत्री, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ सौम्य श्रीवास्तव, और यमुना प्राधिकरण के एसीईओ कपिल सिंह समिति के सदस्य होंगे। यह समिति एक महीने में अपनी रिपोर्ट शासन को उपलब्ध कराएगी।
पिछले 25 नवंबर से कई किसान संगठन अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। किसानों की गिरफ्तारी के विरोध में बुधवार को विभिन्न किसान संगठनों ने यमुना एक्सप्रेसवे के ‘जीरो प्वाइंट’ पर महापंचायत बुलाई है। सोमवार को भूमि मुआवजे और अपनी अन्य मांगों को लेकर दिल्ली कूच करने से रोके जाने के बाद किसान नोएडा में स्थित ‘दलित प्रेरणा स्थल’ पर धरना दे रहे थे।