हरियाणा सरकार ने हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) में 2001 बैच के एचसीएस अधिकारी वत्सल वशिष्ठ को ओएसडी नियुक्त करने के आदेश दिए थे लेकिन वशिष्ठ को 24 घंटे में ही बदल दिया गया है। वत्सल वशिष्ठ के खिलाफ एंटी करप्शन ब्रांच में हिसार कोर्ट में चार्जशीट दाखिल है। ऐसे में उनको ओएसडी की जिम्मेदारी देने पर बीजेपी विपक्ष के निशाने पर आ गई थी।
वत्सल वशिष्ठ को हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (एचएसएससी) में विशेष ड्यूटी अधिकारी (ओएसडी) के रूप में नियुक्त करने के फैसले को हरियाणा सरकार ने वापिस ले लिया है। चार्जशीटेड अधिकारी पर खुद सिलेक्शन में गड़बड़ी करने के आरोप लगे है। ऐसे में वशिष्ठ को एचएसएससी में विशेष ड्यूटी अधिकारी (ओएसडी) के रूप में नियुक्त करने पर मुख्यमंत्री नायब सैनी की अगुवाई वाली बीजेपी सवालों के घेरे में आ गई थी। जिसे देखते हुए 24 घंटे के भीतर ही चीफ सेक्रेटरी ने उन्हें बदलने के आदेश जारी कर दिए है। उनकी जगह अब 2016 बैच के HCS अधिकारी शंभू को HSSC का OSD बनाया गया है।
क्या है पूरा मामला
जुलाई 2023 में राज्य सतर्कता ब्यूरो जिसे अब (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) के नाम से जाना जाता है ने कथित घोटाले के सिलसिले में हिसार की एक अदालत के सामने वशिष्ठ और अन्य एचसीएस अधिकारियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। जिसके अनुसार, वशिष्ठ को लिखित परीक्षा में 750 में से 507 अंक और साक्षात्कार में 100 में से 92 अंक (850 में से 599) दिए गए थे। एसीबी की जांच में पता चला था कि अंग्रेजी और अंग्रेजी निबंध परीक्षा में परीक्षक जेसी कप्पन ने इंक को काटकर/ओवरराइट करके वशिष्ठ को 29 अतिरिक्त अंक दिए थे। जांच एजेंसी ने 98 उत्तर पुस्तिकाओं को जांच के लिए एफएसएल में भेजा तो उनमें बड़े पैमाने पर टैंपरिंग साबित हुई। जांच के दौरान कुल 15 अभ्यर्थियों को अनुचित लाभ दिए जाने का खुलासा हुआ। कांग्रेस नेता कर्ण सिंह दलाल 78 अभ्यर्थियों की 465 उत्तर पुस्तिकाओं के आधार पर हाईकोर्ट में याचिका दायर की और इस भर्ती प्रक्रिया को चुनौती दी। हाईकोर्ट ने इसकी जांच की और उत्तर पुस्तिका में गड़बड़ी पाए जाने के बाद यह मामला विजिलेंस को जांच के लिए सौंपा गया।
चार्जशीट में शामिल नाम
इस मामले में ACB की ओर से दायर चार्जशीट में हरियाणा लोक सेवा आयोग के पूर्व सदस्य एवं इस समय जजपा नेता केसी बांगड़ के अलावा आयोग के सचिव रिटायर IAS अधिकारी हरदीप सिंह, आयोग के सदस्य पूर्व सदस्य महेंद्र सिंह शास्त्री, एनएन यादव, जगदीश राय, नरेंद्र विद्यालंकार, दयाल सिंह और एग्जामिनर पैनल में शामिल प्रोफेसर जेसी कैरिरयन कैप्पन, डॉ. महेश्वरी प्रसाद, प्रोफेसर चंद्र मोउली, डॉ. आरके बॉस, पुष्पेंद्र कुमार, जगदीश सिंह, एसके वर्मा, प्रेम सागर चतुर्वेदी, दर्वेश गोपाल का नाम शामिल है।
22 दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के शासनकाल में हरियाणा सिविल सेवा के 66 पदों की भर्ती में अनियमितताओं के मामले में पंचकूला स्थित एसीबी ने हिसार के जिला एवं सत्र न्यायाधीश दिनेश कुमार मित्तल की अदालत में 29 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। इसमें एचसीएस अधिकारी वत्सल वशिष्ठ का नाम भी शामिल है। जिसकी सुनवाई आने वाली 11 नवंबर को हिसार कोर्ट में होने वाली है।