मुक्केबाजी कोच राजेश कुमार राजौंद ने राजनीति में कदम रखने का निर्णय लिया है और आगामी हरियाणा विधानसभा चुनाव(Haryana Election Congress: ) में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त की है। राजौंद, जो कि राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता मुक्केबाज मनोज कुमार के बड़े भाई हैं, कैथल जिले के राजौंद गांव के निवासी हैं। उन्होंने कलायत विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस के टिकट की मांग की है और इसके लिए उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से मुलाकात भी की है।
Haryana Election Congress: राजौंद ने कहा, कलायत का प्रतिनिधित्व करना चाहता हूं
41 वर्षीय राजौंद ने कहा कि मैं मुख्यधारा की राजनीति में उतरना चाहता हूं क्योंकि मेरा मानना है कि चुनावी राजनीति के माध्यम से समाज को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया जा सकता है। राजौंद ने बताया कि उन्होंने कांग्रेस से टिकट मिलने पर चुनाव लड़ने के लिए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) भी प्राप्त कर लिया है, जहां वह वर्तमान में कोच के रूप में कार्यरत हैं। कलायत विधानसभा क्षेत्र का वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक कमलेश ढांडा द्वारा प्रतिनिधित्व किया जा रहा है। इस सीट पर कांग्रेस ने आखिरी बार 2005 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी। राजौंद का मानना है कि इस बार कांग्रेस के पास फिर से जीत हासिल करने का अच्छा मौका है और वह पार्टी के टिकट से चुनाव लड़कर इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करना चाहते हैं।
राजौंद ने 2013 में कुरुक्षेत्र में मुक्केबाजी अकादमी की स्थापना की
राजौंद अपने छोटे भाई मनोज कुमार के कोच के रूप में भी जाने जाते हैं। मनोज कुमार ने 2010 में दिल्ली में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता था और उन्होंने एशियाई चैंपियनशिप में दो बार कांस्य पदक भी जीता है। उन्हें अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। वर्ष 2016 के रियो ओलंपिक में, मनोज प्री-क्वार्टर फाइनल तक पहुंचने वाले एकमात्र भारतीय मुक्केबाज थे, और इस दौरान राजौंद ने उनके निजी कोच की भूमिका निभाई थी। राजौंद ने 2013 में कुरुक्षेत्र में एक मुक्केबाजी अकादमी की स्थापना की, जहां वह शहर और पड़ोसी कैथल जिले के ग्रामीण इलाकों के खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करते हैं। उनके अनुसार, यह अकादमी ग्रामीण युवाओं को खेल के माध्यम से सशक्त बनाने का एक साधन है। राजौंद का यह निर्णय राजनीति में नया अध्याय शुरू करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, और उन्होंने कांग्रेस से टिकट मिलने पर अपने क्षेत्र के लोगों की सेवा करने की प्रतिबद्धता जताई है।