हरियाणा और पंजाब के (haryana news:)खनोरी बॉर्डर पर 38 दिन से अनशन पर बैठे किसान नेता डल्लेवाल को समर्थन देने के लिए अब दक्षिण भारत से भी किसान नेता पहुंचने लगे हैं। किसान नेताओं ने कहा कि उनकी एक ही मांग है – सुप्रीम कोर्ट से केंद्र सरकार द्वारा किसानों से किए गए वादों को पूरा कराया जाए। उन्होंने 4 जनवरी को खनोरी बॉर्डर पर होने वाली महापंचायत में अधिक से अधिक किसानों को पहुंचने की अपील की है।
डॉक्टरों की (haryana news:)टीम ने डल्लेवाल का मेडिकल बुलेटिन जारी किया, जिसमें कहा गया कि उनकी तबीयत पहले से ज्यादा बिगड़ी है। उनकी किडनी का क्रिएटिनिन बढ़ रहा है, जिएफआर घट रहा है, और लिवर के टेस्ट भी चिंताजनक हैं। उनके शरीर में सिर्फ हड्डियों का ढांचा रह गया है।
किसान नेताओं ने प्रधानमंत्री से अपील की कि वे फिल्म हस्तियों से मिल सकते हैं, लेकिन किसानों के लिए समय नहीं है, जो इस कड़क ठंड में तिल-तिल कर मर रहे हैं। उन्होंने देशवासियों से भी अपील की कि भले ही विचार अलग हों, लेकिन इंसानियत के नाते हमें मिलकर अरदास करनी चाहिए, ताकि सरकार पर असर पड़े और डल्लेवाल का अनशन खत्म हो सके। डॉक्टर ने भी कहा कि वे डल्लेवाल को तिल-तिल मरते हुए नहीं देख सकते और सभी से अपील की कि मिलकर उनकी जान बचाने की कोशिश करें।
संयुक्त किसान मोर्चा एक गैर-राजनीतिक मोर्चा है और 26 नवंबर से किसान नेता डल्लेवाल आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं। दक्षिण भारत से आए किसान नेताओं में शांता कुमार (कर्नाटका), सुधा (तमिलनाडु), और पांडिचेरी से एक अन्य नेता शामिल हैं। तमिलनाडु में इस मुद्दे पर दो बार ट्रेनें रोकी गईं और सैकड़ों किसान अलग-अलग जगहों पर भूख हड़ताल पर बैठे।
किसान नेताओं (haryana news:)ने कहा कि दक्षिण भारत ने इस आंदोलन को पूरी तरह से समर्थन दिया है। सुखविंदर सिंह ने बताया कि डल्लेवाल जी ने 4 जनवरी को खनोरी बॉर्डर पर साध संगत के दर्शन करने की इच्छा जाहिर की है। डल्लेवाल जी 38 दिनों से अनशन पर बैठे हैं और जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं।
किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई को लेकर कहा कि उन्होंने संविधानिक संस्थाओं का सम्मान किया है और उनकी केवल एक ही मंशा है – सरकार से किए गए वादों को पूरा कराया जाए।