झज्जर(haryana news:) के गांव गिरावड़ और सुर्खपुर के ग्रामीणों ने बुधवार को वर्ल्ड मेडिकल कॉलेज के पास सोनीपत हाईवे पर जाम लगा दिया। यह विरोध प्रदर्शन सड़क क्रासिंग की समस्या को लेकर किया गया, जिससे ग्रामीणों को रोजाना कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों की मांग है कि उनके गांव के पास फ्लाईओवर बनवाया जाए, ताकि सड़क पार करने के लिए आसान और सुरक्षित रास्ता मिल सके।
हाईवे(haryana news:) पर जाम लगने के बाद वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। ग्रामीणों ने बताया कि सोनीपत हाईवे का निर्माण 2019 में हुआ था, जिसके बाद से उन्हें सड़क क्रासिंग की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इस समस्या से न केवल वयस्क बल्कि बच्चे भी प्रभावित हो रहे हैं, जो स्कूल और कॉलेज जाने के लिए इस हाईवे का उपयोग करते हैं। हाईवे पर तेज रफ्तार वाहनों के बीच सड़क पार करना खतरनाक है और आए दिन दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है।
ग्रामीणों ने बताया कि सड़क पर बैरिकेडिंग की व्यवस्था से भी उनकी समस्या दूर नहीं हो पा रही है। इसलिए उन्होंने स्पीड ब्रेकर और फ्लाईओवर बनाने की मांग की है। गांव गिरावड़ स्थित वर्ल्ड मेडिकल कॉलेज के पास जाम की सूचना मिलते ही नायब तहसीलदार और एसीपी अनिल मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने ग्रामीणों से बातचीत की और उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं का स्थाई समाधान जल्द ही किया जाएगा।
करीब एक घंटे के बाद ग्रामीणों ने जाम खोल दिया और वाहनों का आवागमन शुरू हो सका। गांव सुर्खपुर और गिरावड़ के सरपंचों ने भी इस मुद्दे पर अपनी चिंता व्यक्त की है। उनका कहना है कि यदि सरकार ने इस समस्या का समाधान नहीं किया तो ग्रामीणों को फिर से सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
ग्रामीणों (haryana news:)का कहना है कि हाईवे के निर्माण के बाद से उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ है। बच्चों और बुजुर्गों के लिए सड़क पार करना बेहद कठिन हो गया है। इसके अलावा, कई बार हादसे भी हो चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पहले भी इस समस्या को लेकर प्रशासन को अवगत कराया गया था, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
अधिकारियों ने कहा कि जल्द ही इस समस्या का समाधान किया जाएगा। फ्लाईओवर और स्पीड ब्रेकर बनाने की योजना पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने ग्रामीणों से धैर्य बनाए रखने की अपील की और कहा कि उनकी सुरक्षा और सुविधा के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
इस विरोध प्रदर्शन ने सरकार और प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया है, और उम्मीद है कि जल्द ही इसका समाधान होगा। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो वे फिर से सड़कों पर उतर सकते हैं।