दक्षिण हरियाणा के दिग्गज नेता और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह राजनीति(Haryana Rao Indrajit Singh: ) के एक अनुभवी खिलाड़ी माने जाते हैं। हाल ही में उन्होंने रेवाड़ी जिले के अंतर्गत आने वाली कोसली विधानसभा क्षेत्र में अपने निजी सचिव रवि यादव को चुनावी मैदान में उतारकर एक बड़ा राजनीतिक खेल खेला है। राजनीतिक सूत्रों के अनुसार, राव के इस कदम ने कोसली के मौजूदा विधायक लक्ष्मण सिंह यादव, पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह यादव और अन्य नेताओं को स्पष्ट संकेत दे दिया है कि राव का आशीर्वाद किसे प्राप्त होगा।
Haryana Rao Indrajit Singh: भाजपा पर राव भारी
रवि यादव, जो पिछले 45 वर्षों से राव इंद्रजीत सिंह के कामकाज को गुमनाम तरीके से संभालते आ रहे हैं । भाजपा भी इस तथ्य को अच्छे से जानती है कि राव को नजरअंदाज करना उनके लिए मुश्किल हो सकता है। कोसली विधानसभा सीट का रोहतक लोकसभा सीट से गहरा संबंध है, और राव ने पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार अरविंद शर्मा की मदद कर अपनी रणनीतिक क्षमता का परिचय दिया था।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राव इस बार भी अपने निजी सचिव रवि यादव को टिकट दिलाने के लिए आलाकमान पर दबाव डाल सकते हैं और अपनी पुरानी मित्रता का लाभ उठाकर कोसली से उन्हें जिताने का प्रयास करेंगे। राजनीति में शह और मात का खेल कोई नया नहीं है, और राव ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह इस बिसात पर किसी को भी मात देने के लिए तैयार हैं। अगर भाजपा ने राव की बात नहीं मानी, तो उनके लिए भी मुश्किल खड़ी हो सकती है, और अगर मानी तो पार्टी के उन दावेदारों के लिए समस्या होगी, जो वर्षों से भाजपा के लिए काम कर रहे हैं।
चुनावी मोड में राव
राजनीति के जानकारों का मानना है कि राव अब अपनी पुत्री के साथ-साथ अपने चहेतों को भी टिकट दिलाने का पूरा प्रयास करेंगे। वह दक्षिण हरियाणा के रेवाड़ी, कोसली, बावल, अटेली, पटौदी सहित कई विधानसभा सीटों पर अपनी पसंद के उम्मीदवारों को उतारने के लिए पूरी तरह चुनावी मोड में आ चुके हैं। उनका यह कदम पार्टी के भीतर और बाहर दोनों जगह चर्चा का विषय बन गया है, और आगामी चुनावों में यह देखने लायक होगा कि उनकी रणनीति कितनी सफल होती है।