उत्तर प्रदेश : योगी सरकार द्वारा पराली जलाने वाले किसानों पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा। जमीन के हिसाब से जुर्माने की रकम भी अलग – अलग तय की गई है। आइए जानते है सरकार के द्वारा जारी किए गए निर्देश –
उत्तर प्रदेश के बांदा कृषि विभाग द्वारा पराली जलाने से पर्यावरण को होने वाले नुकसान को देखते हुए कड़े कदम उठाए गए है। विभाग की तरफ से एडवायजरी जारी की गई है जिसके अनुसार किसानों को पराली ना जलाने की सलाह दी गई है। इसके अलावा किसानों को इस बारें में भी सतर्क किया गया है, कि वह ऐसा करने के बारें में सोचे भी नहीं क्यूंकि उनपर सैटेलाइट के द्वारा लगातार नज़र रखी जा रही है।
क्यों उठाया गया यह कदम
पराली जलाने से पर्यावरण को बेहद नुकसान पहुँचता है। पराली का प्रदूषित धुंआ हवा के साथ मिलकर श्वास संबंधी कई बीमारियां फैलाता है। सरकार द्वारा लोगों को कई बार इसके लिए मना किया गया है लेकिन फिर भी अभी तक कोई आवश्यक बदलाव देखने को नहीं मिले है लेकिन अब उत्तर प्रदेश सरकार ने इसे लेकर सख्त कदम उठाए है। अब पराली जलाने वाले किसानों पर सैटेलाइट के माध्यम से 24 घंटे निगरानी रखी जाएगी।
लगेगा भारी जुर्माना
राज्य सरकार द्वारा पराली जलाने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी। ऐसा करने वाले किसानों पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा। जमीन के हिसाब से जुर्माने की रकम भी तय की गई है। दो एकड़ से कम क्षेत्र में पराली जलाने पर 2500 रुपये, 2 से 5 एकड़ में 5,000 व 5 एकड़ से अधिक क्षेत्र में 15000 रुपये तक के जुर्माने की वसूली की जाएगी।
उपनिदेशक कृषि विजय कुमार ने पराली प्रबंधन के लिए किसानों से अपील की है उन्होंने कहा, कि सभी पराली इकट्ठा कर गौशाला को दान करें या कंपोस्ट के तौर पर उपयोग कर सकते है इसके अलावा पराली या फसलों के अवशेष को वेस्ट डिकम्पोजर के माध्यम से खाद बनाकर उसको उपयोग भी कर सकते हैं।