इंसान इतना अधिक बाहरी समस्याओं से तंग नहीं आता जितना पारिवारिक समस्या उसे परेशान कर देती है। आपस में रोजाना की नोकझोंक रिश्तों में दरार ला लेती है। आज हम आपको बताएंगे, कि वैवाहिक जीवन में खुशहाली बनाएं रखने के लिए कौन-सी दिशा महत्वपूर्ण है।
कहते है, कि आज के समय में रिश्ते पहले की तरह नहीं रहे है आज हर कोई एक दूसरे से सिर्फ स्वार्थ के लिए जुड़ा हुआ है मगर पति – पत्नी का रिश्ता स्वार्थ से नहीं सहयोग से चलता है इसमें टकराव आने से पूरा परिवार बिखर जाता है अगर आपके रिश्ते में भी लंबे समय बेवजह के लड़ाई झगडे और अनबन चल रही है तो आज हम आपको बताएंगे, कि किन चीजों पर ध्यान देने से आप अपने वैवाहिक जीवन को बेहतर बना सकते है।
वास्तु शास्त्र में कई तरह की बातें बताई गई है जिनसे आप अपने आसपास मौजूद वास्तु दोषों को दूर कर सकते है कई बार वास्तु दोष की वजह से भी रिश्तों में कड़वाहट आ जाती है। वास्तु शास्त्र में कहा गया है, कि सोते समय अगर पति-पत्नी कुछ बातों का ध्यान रखें तो वैवाहिक जीवन की कई समस्याओं से बचा जा सकता है। इन नियमों को मानने से प्रेम संबंधों में भी सुधार होता है।
तो चलिए जानते है, कि वास्तु के अनुसार पति पत्नी के सोने की दिशा (Sleeping Direction For Couple) कौन -सी होनी चाहिए।
1 – वास्तु के अनुसार, शादीशुदा जोड़े का बेडरूम घर के उत्तर-पश्चिम या दक्षिण-पश्चिम दिशा में होना चाहिए क्योंकि ये दोनों दिशाएं पार्टनर के बीच प्यार को बढ़ाती हैं।
2 – आपके सोने की सही दिशा के साथ आपके बेड के ठीक ऊपर एक भी लाइट नहीं लगी होनी चाहिए।
3 – आपके बेडरूम में कोई भी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स जैसे लैपटॉप, मोबाइल फोन, चार्जर आदि नहीं रखना चाहिए।
4 – कपल्स को बेड को इस तरह रखना चाहिए, कि उनका सिर दक्षिण दिशा की तरफ हो।
डिस्क्लेमर : ये खबर वास्तु शास्त्र के नियमों पर आधारित है। इस खबर में शामिल सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए देश रोजाना उत्तरदायी नहीं है।