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IANS Arighat: आईएनएस अरिघात, भारत की समुद्री शक्ति में नया अध्याय

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परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल से लैस पनडुब्बी ‘आईएनएस अरिघात'(IANS Arighat: ) को बृहस्पतिवार को भारतीय नौसेना में शामिल किया जा सकता है। जानकारी के अनुसार, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा इस पनडुब्बी का जलावतरण किये जाने की उम्मीद है। आईएनएस अरिघात का जलावतरण भारत की नौसैनिक शक्ति और परमाणु प्रतिरोध क्षमताओं को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

IANS Arighat: जलावतरण के दौरान रक्षा मंत्री के मौजूद रहने की उम्मीद

रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल से लैस यह भारत की दूसरी पनडुब्बी एसएसबीएन (जहाज, पनडुब्बी, बैलिस्टिक, परमाणु) है, जिसका जलावतरण विशाखापत्तनम में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पनडुब्बी के जलावतरण के दौरान रक्षा मंत्री के मौजूद रहने की उम्मीद है। इस संबंध में अधिक जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है, क्योंकि अधिकारियों ने जलावतरण के बारे में अभी तक सार्वजनिक रूप से कुछ भी नहीं बताया है। परमाणु संपन्न पनडुब्बी (एसएसबीएन) कार्यक्रम भारत की अत्यंत गोपनीय परियोजनाओं में से एक है।

सैन्य क्षमता को और मजबूती मिलेगी

भारत की पहली स्वदेश निर्मित परमाणु पनडुब्बी आईएनएस अरिहंत की परियोजना जुलाई 2009 में शुरू की गयी थी और 2016 में उसका जलावतरण किया गया था। रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि एसएसबीएन कार्यक्रम भारत की परमाणु प्रतिरोधक क्षमता का एक प्रमुख तत्व है। आईएनएस अरिहंत की सफलता के बाद, आईएनएस अरिघात को नौसेना में शामिल किया जाना भारत की स्वदेशी सैन्य क्षमताओं को और मजबूत करेगा। यह पनडुब्बी भारत की रणनीतिक सैन्य क्षमताओं को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

बाहरी खतरों से निपटने में सशक्त होगा भारत

भारत के लिए यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है क्योंकि यह पनडुब्बी न केवल नौसैनिक शक्ति को बढ़ाएगी बल्कि भारत की परमाणु प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूती प्रदान करेगी। इसके साथ ही, आईएनएस अरिघात का जलावतरण भारत की रक्षा उत्पादन क्षमता और तकनीकी कौशल का भी प्रमाण है। इस पनडुब्बी के संचालन में आने से भारत को अपनी समुद्री सीमाओं की सुरक्षा और बाहरी खतरों से निपटने में अधिक सशक्तता मिलेगी। यह जलावतरण भारत के रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और सामरिक क्षमता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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