IND vs AUS Test Match Day 3:ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट में भारत ने वापसी कर ली है। कप्तान हरमनप्रीत कौर ने तीसरे दिन अंतिम क्षणों में दो विकेट चटकाकर भारत का पलड़ा भारी रखा है। ऑस्ट्रेलिया ने तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक दूसरी पारी में पांच विकेट पर 233 रन बना लिए हैं। इस तरह से उसने 46 रन की बढ़त हासिल कर ली है।
पहली पारी में भारत ने बनाए 406 रन
ऑस्ट्रेलिया (IND vs AUS Women Cricket)ने पहली पारी में 219 रन बनाए थे। जवाब में भारतीय टीम ने पहली पारी में 406 रन बनाए थे। इससे टीम इंडिया ने 187 रन की बढ़त हासिल की थी।
आज के मुकाबले में हरमनप्रीत ने ताहलिया मैकग्रा को क्लीन बोल्ड किया। इसके बाद खतरनाक दिख रही एलिसा हिली को भी पगबाधा आउट किया। स्टंप उखड़ने के समय एनाबेल सदरलैंड 12 और एशलीग गार्डनर सात रन पर खेल रही थीं।
तीसरे दिन मेहमान का रहा दबदबा
तीसरे दिन का खेल ऑस्ट्रेलिया के नाम रहा। भारत ने सुबह अपनी पारी सात विकेट पर 376 रन से आगे बढ़ाई। आधे घंटे के खेल में ही भारत के तीन बैटर 30 रन जोड़कर पवेलियन लौट गए। सदरलैंड ने 41 रन देकर दो विकेट लिए। उन्होंने भारत के निचले क्रम के बल्लेबाजों को आउट करने में अहम भूमिका निभाई। सदरलैंड ने बल्लेबाज पूजा वस्त्राकर और रेणुका सिंह को पवेलियन भेजा। जबकि किम गार्थ ने पैर जमा चुकी दीप्ति शर्मा को आउट किया।
भारतीय खिलाड़ियों ने बनाए रिकॉर्ड
आज भारतीय खिलाड़ियों ने दो नए रिकॉर्ड बनाए। दीप्ति ने अपनी पारी में 171 गेंद का सामना किया और नौ चौके लगाए। भारत का 406 रन का योग ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक स्कोर है। दीप्ति और वस्त्राकर के बीच 8वें विकेट के लिए 122 रन की साझेदारी भारत की तरफ से नया रिकॉर्ड है।
ऑस्ट्रेलिया ने की थी सतर्क शुरुआत
ऑस्ट्रेलिया की सलामी बल्लेबाज बेथ मूनी और फोएबे लीचफील्ड ने सतर्क शुरुआत की। लेकिन, भारतीय गेंदबाजों ने उन्हें बड़ा स्कोर नहीं बनाने दिया। ऋचा घोष ने मूनी को रन आउट करके भारत को पहली सफलता दिलाई। इसके बाद स्नेह राणा ने लीचफील्ड को बोल्ड किया जो रिवर्स स्वीप करने से चूक गईं। एलिस पैरी बड़ी पारी खेलने के मूड में दिख रही थीं, लेकिन भारतीय विकेटकीपर यास्तिका भाटिया ने राणा की गेंद पर उनका शानदार कैच लेकर भारत को बड़ी सफलता दिलाई।
राणा ने राजेश्वरी गायकवाड़ की गेंद पर पहली स्लिप में मैकग्रा का कैच छोड़ा जिसका फायदा उठाकर यह ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज अर्धशतक बनाने में सफल रही। इसके बाद जब वह 52 रन पर खेल रही थी, तब हरमनप्रीत की पहली गेंद पर उन्हें पगबाधा आउट दे दिया गया था, लेकिन डीआरएस की मदद से वह क्रीज पर टिकी रहीं। हरमनप्रीत कुछ देर बाद ही उनका विकेट लेने में सफल रहीं।