देश रोज़ाना: अगर अब चावल खाने के शौकीन है और आपको बासमती किस्म के चावल अच्छे लगते हैं तो यह खबर आपके लिए है। पूरी दुनिया को करीब 40 फ़ीसदी चावल निर्यात करने वाला हमारे भारत देश ने एक बड़ा कदम उठा लिया है गैर बासमती चावल पर बैन लगा दिया गया है, सरकार ने आने वाले त्योहारों के दौरान घरेलू आपूर्ति बढ़ाने और खुदरा कीमतों को काबू में रखने के लिए सफेद चावल के निर्यात पर बैन लगाया है इस बैन के बाद उम्मीद है की जा रही है कि घरेलू बाजार में चावल की कीमतों में कमी आएगी।
इसी के साथ आपको यह भी बता दे कि दुनिया के बाजारों में चावल के दामों में जबरदस्त उछाल देखा जा रहा है भारत में चावल के दामों में कमी के मुकाबले दुनिया के बाजार में दामों में कई गुना ज्यादा बढ़ोतरी हो सकती है वैसे भी जब से रशिया और यूक्रेन का युद्ध चल रहा है तब से चावल के दामों में पूरी दुनिया में उछाल देखा गया है, हालांकि भारत की ओर से एक्सपोर्ट के लिए चावल की सप्लाई चैन को बहाल करते हुए दामों को बढ़ने से रोका गया था लेकिन अब भारत की ओर से चावल के निर्यात पर बैन लगने के बाद फिर से दामों में बढ़ोतरी की जा सकती है।
खबरों की माने तो सिंगापुर जैसे देशों के बाजार में चावल की कीमतों में 50 डॉलर प्रति मीट्रिक टन का इजाफा हो सकता है और यह इजाफा बढ़कर 100 डॉलर तक भी पहुंच सकता है, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक साल 2019 से आंकड़ों पर नजर डालें तो साल 2019-20 में जहां भारत 5 लाख मैट्रिक टन चावल का निर्यात कर रहा था वह साल 2020 और 21 में बढ़कर लगभग 12 लाख मैट्रिक टन को पार कर गया और बढ़ोतरी का यह सिलसिला अब भी जारी है साल 2021 22 ने यह 15 लाख 10 से भी ज्यादा को पार कर गया था इसी तरह से साल 2022 हो 23 में इस आंकड़े में लगभग 16 लाख मैट्रिक टन से ज्यादा को पार कर लिया।